Action on 'Damoh'...Congress's tension! CM showed strictness

Face To Face Madhya Pradesh : ‘दमोह’ पर एक्शन..Congress की टेंशन! सीएम ने दिखाई सख्ती

Face To Face Madhya Pradesh : सीएम मोहन यादन को मध्यप्रेदश की मुखिया के तौर पर गद्दी संभाले अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं।

Edited By :   Modified Date:  February 5, 2024 / 10:44 PM IST, Published Date : February 5, 2024/10:44 pm IST

भोपाल : Face To Face Madhya Pradesh : सीएम मोहन यादन को मध्यप्रेदश की मुखिया के तौर पर गद्दी संभाले अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं। मानेंगे आप भी कि सीएम डॉ मोहन यादव की छवि कहीं न कहीं सख्त सीएम की है और यही सख्ती उन्होनें दिखाई है दमोह मामले में । उन्होनें साफ कर दिया है कि रप्रदेश में शांति ही उनकी पहली प्राथमिकता है और ऐसे में दोषियों के खिलाफ सख्ता कार्रवाई की जाए। सीएम की सख्ती के बाद प्रशासन भी एक्शन मोड में है। लेकिन दमोह पर एक्शन से क्या कांग्रेस की टेंशन बढ़ गई है। क्या अब दमोह घटना पर भी सियासत हो रही और क्यों?

यह भी पढ़ें : CG Budget Session 2024 : आरोप में है दम… कौन किसका ATM? बहस से गरमाया सदन 

Face To Face Madhya Pradesh : जी हां दमोह मामले में अब सियासत हो रही है। जबकि मामले में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उसके बाद प्रशासन भी एक्शन में है। अब तक वीडियो के आधार पर 40 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। वहीं कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए है। जांच अधिकारी को एक महीने में रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। क्योंकि CM डॉ मोहन यादव ने आज ही जांच के निर्देश दिए थे और सख्त लहजे में कहा था कि MP में शांति बनाए रखना सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है’।

दरअसल दमोह में शनिवार की रात एक दर्जी और मौलाना के साथ चार लोगों ने मारपीट कर दी। इस घटना से गुस्साए एक समुदाय विशेष के लोगों ने कोतवाली का घेराव करते हुए कार्रवाई की मांग की और मौजूद पुलिस अधिकारियों से धक्का-मुक्की की। कांग्रेस ने सरकार से अपील की है कि प्रदेश का सद्भाव नही बिगड़ने दे। जिसपर बीजेपी ने पलटवार किया।

यह भी पढ़ें : CG Congress Vidhayak Dal Baithak : ‘आदिवासी सीएम होते हुए भी हो रही जंगल की कटाई’, विधायक दल की बैठक के बाद पूर्व सीएम ने सरकार पर कसा तंज 

Face To Face Madhya Pradesh : साफ समझा जा सकता है कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस एक भी मुद्दा छोड़ना नहीं चाहती। खासतौर पर तब जब मामला मुख्यमंत्री के विभाग से जुड़ा हुआ हो। वहीं बीजेपी भी सख्त एक्शन से यही मैसेज देना चाहती है कि इस तरह की घटनाओं से किसी भी कीमत में समझौता नहीं होगा। देखना दिलचस्प होगा दमोह मामले में अब आगे सियासत क्या करवट लेती है।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp