CM शिवराज की घोषणा, MP में स्थापित होगा राष्ट्रीय शोध एवं ज्ञान फाउंडेशन, विश्वविद्यालय के कुलपतियों को भी दी नसीहत

मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू हो गई है, इसी के साथ मध्यप्रदेश देश में नई शिक्षा नीति लागू करने वाला पहला राज्य बन गया है, शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हो गई है

Modified Date: November 29, 2022 / 08:16 pm IST
Published Date: August 26, 2021 12:04 pm IST

भोपाल। National Research and Knowledge Foundation: मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू हो गई है, इसी के साथ मध्यप्रदेश देश में नई शिक्षा नीति लागू करने वाला पहला राज्य बन गया है, शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हो गई है। राज्यपाल मंगू भाई पटेल और CM शिवराज सिंह चौहान ने आज मिंटो हॉल में आयोजित कार्यशाला में इसकी घोषणा की। सीएम शिवराज ने घोषणा करते हुए कहा कि मप्र में राष्ट्रीय शोध एवं ज्ञान फाउंडेशन स्थापित होगा।

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National Research and Knowledge Foundation : इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलपतियों को भी सीएम शिवराज ने नसीहत दी और कहा कि कुलपति का काम सिर्फ विश्वविद्यालय चलाना नहीं, मान्यता देना नहीं, कुलपतियों को विश्वविद्यालयों का कैदी बनकर रहने की ज़रूरत नहीं है, सम्बन्धित महाविद्यालय के दौरे करें मॉनिटरिंग करें।

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इस दौरान राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने अपने संबोधन में सीएम शिवराज को पारसमणि बताया, राष्ट्रीय शिक्षा नीति शुभारंभ कार्यक्रम में सीएम को उन्होेंने पारसमणि की उपमा दी, उन्होंने कहा कि अभी हमारे यहाँ से उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाते हैं लेकिन पहले हमारे यंहा नालंदा, तक्षशीला जैसे गुरुकुल में पढ़ने विदेश से लोग आते थे।

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नई शिक्षा नीति लागू करने वाला पहला राज्य बना मध्यप्रदेश, शुभारंभ कार्यक्रम में राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने की घोषणा


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com