Shaheed Ashish Sharma Balaghat || Image- IBC24 News File
Shaheed Ashish Sharma Balaghat: बालाघाट: बुधवार को पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए हॉक फ़ोर्स के सब इंस्पेक्टर आशीष शर्मा का पार्थिव शरीर डोंगरराह से बालाघाट पहुंच गया। शहीद आशीष शर्मा के लिए आज आंबेडकर चौक से श्रद्धांजलि यात्रा निकाली जाएगी, जहां शहीद जवान को अंतिम विदाई दी जाएगी। इस दौरान एसपी, कलेक्टर, सांसद समेत पूरा प्रशासनिक अमला उपस्थित रहेगा।
शहीद आशीष शर्मा की याद में पुलिस लाइन में शोक परेड भी आयोजित की जाएगी। बता दें कि कल छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में SI आशीष शर्मा वीरगति को प्राप्त हुए थे। इस संयुक्त ऑपरेशन में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र पुलिस शामिल थी।
Shaheed Ashish Sharma Balaghat: नक्सली हमले में शहीद हुए आशीष शर्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज नरसिंहपुर जिले के तेंदूखेड़ा के बोहानी गांव पहुंचेंगे। CM पटना से जबलपुर पहुंचेंगे और वहां से दोपहर 3.30 बजे डमरूघाटी हेलीपैड पर उतरकर सीधे बोहानी गांव जाएंगे। मुख्यमंत्री शहीद आशीष शर्मा के परिजनों से मिलकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में आज उस वक़्त सभी की आंखे नम हो गई , जब हॉक फ़ोर्स के जवान आशीष शर्मा के शहीद होने की खबर आई। नक्सली मुठभेड़ के दौरान आशीष शहीद हो गए। उन्हें दो बार वीरता पदक से सम्मानित किया गया था। गुरुवार को शहीद जवान के पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव बोहानी में अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस पर दुख जताया। उन्होंने शहीद आशीष शर्मा के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी ओर 1 करोड़ की राशि देने की घोषणा की है।
Shaheed Ashish Sharma Balaghat: बता दें कि, बोहानी गांव के रहने वाले आशीष शर्मा साल 2016 बैच के प्लाटून कमांडर थे। बुधवार को आशीष शर्मा तीन राज्य मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की संयुक्त नक्सल उन्मूलन टीम का नेतृत्व कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ क्षेत्र में नक्सलियों के मौजूदगी की सूचना मिली। सूचना के बाद जंगल में आशीष शर्मा टीम के साथ सर्चिंग निकले थे। इसी दौरान नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। भीषण गोलीबारी के बीच उन्हें सीने, पेट और पैर में गोली लगी थी। उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।