Reported By: Naveen Singh
,Protest against Waqf Act Amendment | Source : IBC24
भोपाल। Protest against Waqf Act Amendment: राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद देश में वक्फ बोर्ड एक्ट लागू हो चुका है लेकिन नए वक्फ कानून को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को ऐतराज़ है। बोर्ड का मानना है कि अल्पसंख्यको के साथ जोर जबरदस्ती की जा रही है। उनकी संपत्तियों को हड़पने की साजिश रची जा रही है। वो भी तब जब कानूनी रुप से एक्ट के संशोधन के लिए संसद की सर्वदलीय समिति ने देशभर के अल्पसंख्यकों से सुझाव मांगे थे और उसी आधार पर संशोधन के जरिए नया कानून भी बना।
बावजूद इन सबके देश के अल्पसंख्यक वर्ग का एक धड़ा इसे अपने साथ धोखा मानता है। जबकि अल्पसंख्यक वर्ग के ही दूसरे धड़े इस कानून के समर्थन में हैं। खैर,भोपाल में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की सरपरस्ति में हो रहे इस विरोध पर बीजेपी नेता बोर्ड के सदस्य और कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की घेराबंदी कर रहे हैं।
फिलहाल ये कानून देशभर में लागू हो चुका है। मध्यप्रदेश में वक्फ की 33 हजार 500 संपत्तियां हैं। जमीन,मस्जिद,मजार,दुकान,मकान,कब्रिस्तान तक वक्फ बोर्ड के पास हैं। एक रिपोर्ट कहती है कि अकेले भोपाल में कुछ साल पहले तक 130 कब्रिस्तान हुआ करते थे लेकिन आज सिर्फ 30 कब्रिस्तान बचे हैं। बीजेपी सरकार कहती है कि ऐसे ही वक्फ की संपत्तियों पर अवैध कब्जे हुए हैं। और नए कानून के जरिए अवैध कब्जे छुड़ाए जाएंगे। लेकिन बीजेपी के दावों से कांग्रेस इत्तेफाक नहीं रखती। कांग्रेस विधायक और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मेंबर आरिफ मसूद कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट ही अब इंसाफ करेगा। तब तक वक्फ एक्ट की खिलाफत जारी रहेगी। ना सिर्फ मसूद बल्कि कांग्रेस भी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ खड़ी दिख रही है।
दरअसल वक्फ एक्ट के समर्थन और खिलाफत की कई सियासी वजहें भी हैं। बीजेपी का दावा है कि मध्यप्रदेश में वक्फ बोर्ड की तमाम संपत्तियों पर अवैध कब्जे कांग्रेस नेताओं के ही हैं। ना सिर्फ भोपाल बल्कि इंदौर,उज्जैन,बुरहानपुर,खंडवा,खरगौन और जबलपुर में कांग्रेस नेताओं ने वक्फ की संपत्तियों पर सालों से अवैध कब्जा जमाए रखा है। जाहिर है ये वो आरोप हैं जिनका जवाब फिलहाल कांग्रेस के पास नहीं है।