Face To Face Madhya Pradesh
Face To Face Madhya Pradesh: भोपाल: नमस्कार आप देख रहे हैं मध्यप्रदेश का नंबर वन डिबेट शो फेस टू फेस-मध्यप्रदेश। जिन-जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार है, वहां इन दिनों ऐसा लग रहा है.. जैसे राम राज्य आ गया हो। जी हां, चुनावी सरगर्मियों के बीच सरकारों ने राहतों की झड़ी लगा दी है और इस कड़ी में सबसे आगे हैं। शिवराज मामा। शिवराज के कैबिनेट ने आज फिर खजाना खोलते हुए। कई बड़ी राहतें दी, मगर आहत कांग्रेस हो रही है। क्योंकि उसे डर है कि रियायतों का सार। कहीं ‘फीलगुड’ फिर एक बार न हो जाए? इस मुद्दे पर डिबेट करेंगे, लेकिन इससे पहले देखिए ये रिपोर्ट!
MP में चुनावी शोर शुरू होने से पहले ‘फीलगुड’ की बयार बहने लगी है। शिवराज सरकार ने मंत्रिमंडल के पुनर्गठन के बाद की पहली कैबिनेट में कई बड़ी सौगातें दी हैं। इनमें खासतौर से लाड़ली लक्ष्मी योजना के हितग्राहियों को महीने में 1250 रुपए देने, 12 वीं के स्कूल टॉपर्स को स्कूटी, लैपटॉप के साथ ही गैस सिलेंडर पर 500 रुपए की सब्सिडी का ऐलान किया है। इसके अलावा सितंबर में बढ़े हुई बिजली बिल माफ कर दी गई है।
चुनावी मोड ऑन होने के बाद पिछले एक महीने में शिवराज सरकार आम जनता को चार बड़ी योजनाओं की सौगात दे चुकी है। सरकार के सौगातों वाले इन ताबड़तोड़ फैसलों पर सियासत भी खूब हो रही है। कांग्रेस इसे सरकार और बीजेपी का छलावा बता रही है, तो बीजेपी खुद को जनता का हितैषी बता रही है।
मध्यप्रदेश में कमलनाथ की कांग्रेस जनता को पांच बड़ी गारंटी दे चुकी है। इनमें किसानों का कर्जा माफ, बिजली बिल हाफ, पुरानी पेंशन का लाभ, 1500 रूपये महीने और 500 का सिलेंडर देने का वादा शामिल है। कांग्रेस तो ये वादा सत्ता में आने के बाद पूरा करने का वादा कर रही है। लेकिन शिवराज की सरकार ये तमाम फायदे जनता को चुनाव के पहले ही देकर सौगातों की सियासत में आगे हो गई है। लेकिन सवाल तो यही है कि क्या। इन रियायतों का सार क्या ‘फीलगुड’ फिर एक बार होगा?