अप्रैल के पहले सप्ताह एमपी में ओले-बारिश का अलर्ट,
भोपाल, इंदौर-जबलपुर संभाग के इलाकों में होगी बारिश,
मार्च के आखिरी दो दिन के तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं रहेगी,
भोपाल: मध्य प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है। अप्रैल के पहले सप्ताह में राज्य के कई हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के प्रभाव से प्रदेश के कई जिलों में तेज़ आंधी, बारिश और ओले गिरने की आशंका है।
1 और 2 अप्रैल को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम, रीवा और शहडोल संभाग के कई जिलों में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, कुछ स्थानों पर 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ आंधी भी चल सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
मार्च के अंतिम दो दिनों में तापमान में कोई बड़ी वृद्धि नहीं होगी। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से अप्रैल की शुरुआत में मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिलेगा।
1. मध्य प्रदेश में कब और कहां बारिश और ओले गिरने की संभावना है?
1 और 2 अप्रैल को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम, रीवा और शहडोल संभाग के जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है। कुछ इलाकों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ आंधी भी चलने की आशंका है।
मौसम में यह बदलाव क्यों हो रहा है?
यह बदलाव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के कारण हो रहा है, जिससे हवाओं में नमी बढ़ेगी और बादल बनने से बारिश व ओले गिर सकते हैं।
क्या इस बदलाव का तापमान पर असर पड़ेगा?
मार्च के अंतिम दो दिनों में तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगी, लेकिन अप्रैल की शुरुआत में अचानक मौसम बदल सकता है।
इस मौसम परिवर्तन का किसानों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं, चना और सरसों जैसी फसलों को नुकसान हो सकता है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे कटाई और भंडारण को लेकर सतर्क रहें।