SIR Draft Voter List
भोपाल: SIR Draft Voter List एमपी में SIR की ड्राफ्ट लिस्ट मंगलवार को चुनाव आयोग ने ज़ारी कर दी और इसी के साथ मध्यप्रदेश में आरोपों की बमबारी भी शुरु हो गई। दरअसल, एमपी की वोटर लिस्ट से तकरीबन 42 लाख 74 हज़ार वोटर्स के नाम हटा दिए गए हैं। इनमें लगभग 19 लाख, 19 हज़ार पुरुष हैं और 23 लाख 64 हज़ार महिलाओं के नाम काटे गए हैं। ये वो नाम हैं, जो वोटर लिस्ट में दिए गए पते पर मिले नहीं या उनके नाम से एक से अधिक जगह कार्ड बने हुए हैं। हालाँकि ये अंतिम सूची नहीं है। SIR हो और सियासी बवाल ना खड़ा हो ये कैसे असंभव है? राहुल गांधी जिस SIR के विरोध में मोर्चा संभाले हैं। एमपी कांग्रेस भी उन्हीं के रास्ते चली। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि- पाकिस्तान और बांग्लादेश के नाम पर एमपी के वोटर्स के नाम, साजिश के तहत काटे जा रहे हैं।
तो कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार करने में देर नहीं की SIR का समर्थन करते हुए कहा कि-कांग्रेस, हिंदुस्तान के वोटर्स को बाहर करके बांग्लादेश और पाकिस्तान के लोगों को वोटर बनाना चाहती है।
कुलमिलाकर SIR के बाद अभी भले ही अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन होने में 2 महीने का वक्त बाकी है। चुनाव आयोग काटे गए नामों को सार्वजनिक भी करेगा, लेकिन कांग्रेस-बीजेपी के बीच वार-पलटवार की सियासी शमशीरें खिंची हुई हैं। ऐसे में सवाल ये है कि कांग्रेस बार-बार SIR की प्रक्रिया को कठघरे में क्यों खड़ा कर रही है? कांग्रेस को क्यों लगता है कि- इन नामों के कटने से उसे ही नुकसान होगा? सवाल ये भी कि काटे गए 42 लाख से ज्यादा वोटर्स किस पार्टी के लिए वोट कर रहे थे? और सवाल ये भी कि क्या अब EVM के बाद SIR, विपक्ष के लिए पंचिंग बैग है?