Reported By: Vijendra Pandey
,Load Dispatch Center Report : जबलपुर। मध्यप्रदेश लोड डिस्पैच सेंटर की मंथली रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आंकड़ों से पता चला कि भीषण गर्मी और बिजली की मांग के इस दौर में प्रदेश की बिजली कंपनियों ने 400 करोड़ रुपयों की बिजली बाहरी राज्यों को बेच दी। सबसे बड़ी बात ये है कि जिस दर पर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को बिजली दी जाती है उससे लगभग आधी दर पर 400 करोड़ की बिजली बाहरी राज्यों को बेच दी गई।
प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को औसतन 8 रुपए यूनिट पर जो बिजली मिलती है वही बिजली महज 4 रुपए 58 पैसे प्रति यूनिट की दर पर बाहरी राज्यों को दी गई है। आंकड़ों के मुताबिक एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी ने बीते अप्रैल और मई माह में 84 करोड़ यूनिट बिजली पावर एस्चेंज एग्रीमेंट के तहत बाहरी राज्यों को दी है जिसकी कीमत 400 करोड़ है।
बड़ी बात ये है कि मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने ये साफ निर्देश दिए हैं कि सिर्फ सरप्लस बिजली ही बाहरी राज्यों को दी जाएगी लेकिन बिजली की भारी डिमांड के बीच प्रदेश से बिजली न्यूनतम दर पर बाहरी राज्यों को दी गई है। हांलांकि ये बिजली पावर एक्सचेंज और द्विपक्षीय समझौतों के तहत दी गई है लेकिन आधी दर पर बिजली बेचने पर सवाल उठ गए हैं। मामले में बिजली मामलों के जानकार राजेन्द्र अग्रवाल ने राज्य विद्युत नियामक आयोग में शिकायत की है। इस शिकायत पर आयोग में जल्द सुनवाई की जा सकती है।