BJP on action mode against leaders not support Samarpan Nidhi Abhiyan

समर्पण निधि अभियान को सहयोग नहीं करने वाले नेताओं के खिलाफ एक्शन मोड पर BJP, जिला अध्यक्षों से मांगी रिपोर्ट

नेताओं के खिलाफ एक्शन मोड पर BJP, जिला अध्यक्षों से मांगी रिपोर्ट! BJP on action mode against leaders who not support Samarpan Nidhi Abhiyan

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:26 PM IST, Published Date : April 4, 2022/11:35 pm IST

भोपाल: Samarpan Nidhi Abhiyan MP में BJP के समर्पण निधि अभियान को अपेक्षित सहयोग नहीं देने वाले नेताओं पर अब पार्टी नकेल कसने जा रही है। BJP प्रदेश संगठन ने जिला अध्यक्षों से पूरे मामले में रिपोर्ट मांगी है। राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश ने स्पष्ट कर दिया कि 20 अप्रैल तक लक्ष्य हासिल कर समर्पण निधि एकत्र कर लिया जाए।

Read More: बीजेपी-कांग्रेस ने शुरू की मिशन 2023 की तैयारियां, 38 प्रतिशत युवाओं को साधने कांग्रेस ने किया महामंथन

Samarpan Nidhi Abhiyan मध्य प्रदेश में BJP, समर्पण निधि अभियान में सहयोग नहीं करने वाले BJP सांसदों और विधायकों पर नकेल कसने की तैयारी की जा रही है। बीते दिनों बैठक में भी विधायक-सांसदों को स्पष्ट निर्देश मिले थे कि संगठन के कामकाज में कोई बहाना नहीं चलेगा। लेकिन अब समर्पण निधि के लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाने की वजह से बीजेपी संगठन नाराज है, जिसके बाद संगठन ने जिला अध्यक्षों से रिपोर्ट मांगी है कि किस नेता ने अभियान के लिए कितनी मदद की और कितना सहयोग किया है।

Read More: मकान मालिक का हाथ पैर बांधकर सोने-चांदी के जेवरात, नकदी और स्कूटी लूटकर फरार हुए डकैत, 7 हथियारबंद ने दिया वारदात को अंजाम

इधर राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश ने स्पष्ट कर दिया कि 20 अप्रैल तक समर्पण निधि एकत्र की जाए और लक्ष्य हासिल किया जाए। इधर बीजेपी के बार बार समर्पण निधि की तारीख बढ़ाने और सांसदों, विधायकों पर दबाव बनाने को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी के इस अभियान पर तंज कसा है।

Read More: ऐसा स्कूल जहां एक ही सब्जेक्ट के हैं 14 शिक्षक, खुली पोल तो शिक्षा विभाग ने कहा- ये तो हमें भी नहीं पता

एक तरह जहां BJP अपने अभियान में हर वर्ग से चंदा लेकर बताना चाहती है कि समर्पण निधि अभियान धन संग्रह के लिए नहीं, बल्कि लोक संग्रह का अभियान है। लेकिन BJP जिला अध्यक्षों से अभियान की रिपोर्ट मांगी जाने के बाद सहयोग नहीं करने वाले नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

Read More: श्रीनगर के मैसूमा इलाके में आतंकी हमला, CRPF का एक जवान शहीद, एक की हालत गंभीर