राजस्व विभाग में RBC के 11 करोड़ की राशि का गबन, ऑडिट के दौरान हुआ मामले का खुलासा, आरोपी फरार

Clerk embezzled 11 crores in Revenue Department : जिले के केवलारी राजस्व विभाग में 11 करोड़ का गबन किए जानें का सनसनीखेज मामला सामने आया है।

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  • Publish Date - November 17, 2022 / 02:55 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:57 PM IST

सिवनी : Clerk embezzled 11 crores in Revenue Department : जिले के केवलारी राजस्व विभाग में 11 करोड़ का गबन किए जानें का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि आरबीसी 6-4 के तहत प्राकृतिक आपदाओं के शिकार लोगों और उनके परिजनों को दी जाने वाली राहत राशि में 11 करोड़ 16 लाख रुपए का ये गबन तहसील कार्यालय में पदस्थ लिपिक सचिन दहायत ने किया है।

इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब राजस्व विभाग में ऑडिट की कार्रवाई शुरू हुई और आरोपी लिपिक सचिन दहायक फरार हो गया। मामला सामने आते ही केवलारी तहसीलदार हरीश लालवानी ने केवलारी थाना पहुंचकर आरोपी के खिलाफ एफआर दर्ज कराई है। वहीं केवलारी विधायक ने करोड़ो के इस गबन में और लोगो के शामिल होने की बात कहते हुए मामले की जांच एसआईटी से कराए जाने की मांग की है।

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तहसील कार्यालय में पदस्थ लिपिक ने किया 11 करोड़ का गबन

Clerk embezzled 11 crores in Revenue Department :  दरअसल, सिवनी के केवलारी तहसील कार्यालय पदस्थ लिपिक सचिन दहायत द्वारा राहत राशि के नाम पर 279 लोगों को मृत बताकर 11 करोड़ 16 लाख का गबन किया। बाद में उसने यह रकम उन लोगों के खातों में डाल दी जो पात्र ही नहीं थे। मामले का खुलासा तब हुआ जब राजस्व विभाग में ऑडिट की कार्रवाई शुरू हुई और आरोपी लिपिक सचिन दहायक फरार हो गया। कलेक्टर डॉ. राहुल हरिदास फटिंग ने उसे निलंबित कर दिया है।

बताया जा रहा है कि तहसील कार्यालय में लिपिक सचिन दहायत राहत राशि के प्रकरण आदेश पोर्टल पर अपलोड करने का काम करता था। पहले उसने अलग-अलग समय पर जीवित लोगों को मृत बताकर फर्जी आदेश तैयार कर उसे पोर्टल पर अपलोड कर दिया। इसके बाद सभी के बैंक खाते में चार-चार लाख रुपए पहुंच भी गए लेकिन जांच की गई तो पता चला कि कुल 279 लोगों के नाम से 11.16 करोड़ की राशि बैंक खातों में पहुंची है।

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ऑडिट का काम शुरू होते ही फरार हुआ लिपिक

Clerk embezzled 11 crores in Revenue Department :  यह पूरा काम साल 2020 से अब तक किया गया, लेकिन जब तहसील आफिस में ऑडिट का काम शुरू हुआ तो सचिन ने अचानक ऑफिस आना बंद कर दिया। जब अधिकारियों ने उसकी अलमारी खुलवाई तो उसमे राहत राशि के कई आदेश पत्र मिले। इनकी जांच से पता चला कि कई ऐसे लोगों के खातों में रुपए डाले गए हैं जो पात्र ही नहीं थे। अभी तक ऐसे 40 खातों की जानकारी सामने आई है, जिसमें दो से तीन बार तक रुपए डाले गए। आठ अलग-अलग बैंकों के इन 40 खातों को फिलहाल होल्ड कर दिया गया है।

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पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

Clerk embezzled 11 crores in Revenue Department :  आदेश पत्र में लेटर पेड, सील व हस्ताक्षर सब फर्जी थे। पुलिस इन सभी के खाते खंगाल रही है। अन्य दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है। केवलारी पुलिस ने लिपिक सचिन दहायत के खिलाफ धारा 408, 409, 420, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी गई है। फिलहाल आरोपी फरार बताया जा रहा है। इस पूरे मामले में क्षेत्रीय विधायक राकेश पाल सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि यह काम किसी एक व्यक्ति या कर्मचारी का नहीं है हो सकता इसमें बहुत से लोग शामिल है इसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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