Publish Date - May 28, 2025 / 01:52 PM IST,
Updated On - May 28, 2025 / 01:53 PM IST
MP Datia News | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
दतिया में एसडीओपी को दी अनोखी विदाई,
घोड़ी पर बिठाकर किया गया विदा,
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल,
दतिया: MP Datia News: पुलिस विभाग में आमतौर पर सख्ती और अनुशासन की छवि जुड़ी होती है जिससे कई बार आम लोगों के मन में भय का माहौल बन जाता है। लेकिन जब कोई अधिकारी अपनी ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा और जनता से जुड़ाव के लिए जाना जाता है तो वह न केवल सम्मान अर्जित करता है बल्कि उसकी विदाई भी एक उत्सव का रूप ले लेती है।
MP Datia News: ऐसा ही एक अनोखा और भावुक क्षण देखने को मिला मध्यप्रदेश के दतिया जिले की सेवढ़ा तहसील में, जहां एसडीओपी अखिलेश पुरी गोस्वामी के ग्वालियर तबादले के बाद क्षेत्रवासियों ने उन्हें बेहद भव्य तरीके से विदा किया। सेवढ़ा में बतौर एसडीओपी अपनी सेवा दे चुके अखिलेश पुरी गोस्वामी को जब स्थानांतरित कर ग्वालियर भेजा गया तो स्थानीय लोगों ने उन्हें घोड़ी पर बैठाकर और बैंड-बाजे के साथ विदाई दी।
MP Datia News: इस मौके पर डीजे की तेज धुनों पर लोगों ने नाच-गाकर अपने प्रिय अधिकारी को विदा किया। यह नजारा किसी शादी-ब्याह से कम नहीं था। दिलचस्प बात यह रही कि स्वयं अधिकारी की यह इच्छा नहीं थी लेकिन जनता के स्नेह और अनुरोध को वह टाल नहीं सके। इस विदाई समारोह का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
SDOP अखिलेश पुरी गोस्वामी की सेवढ़ा में कितनी अवधि की सेवा रही?
अखिलेश पुरी गोस्वामी ने सेवढ़ा तहसील में कई महीनों तक बतौर एसडीओपी सेवा दी और इस दौरान उन्होंने कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ जनता से अच्छा संवाद भी स्थापित किया।
"एसडीओपी अखिलेश पुरी गोस्वामी की विदाई" इतनी चर्चा में क्यों है?
यह विदाई अनोखी इसलिए बनी क्योंकि जनता ने उन्हें घोड़ी पर बिठाकर, बैंड-बाजे और डीजे के साथ विवाह जैसी धूमधाम से विदा किया – जो आमतौर पर पुलिस अधिकारियों के लिए नहीं देखा जाता।
"एसडीओपी अखिलेश पुरी गोस्वामी का तबादला" किस स्थान पर हुआ है?
उनका तबादला मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में किया गया है, जहां वे अपनी नई भूमिका निभाएंगे।
"सेवढ़ा एसडीओपी विदाई वीडियो" कहां देखा जा सकता है?
यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे Facebook, Instagram और Twitter पर वायरल हो चुका है। कई स्थानीय न्यूज़ पेजों ने भी इसे शेयर किया है।
क्या एसडीओपी गोस्वामी की इस विदाई की योजना पहले से थी?
नहीं, यह पूरी तरह जनता की पहल और प्यार से प्रेरित थी। अधिकारी स्वयं इस आयोजन के पक्ष में नहीं थे, लेकिन उन्होंने जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए इसमें भाग लिया।