कफ सिरप से मौत : छिंदवाड़ा जिले में मृतकों की संख्या 16 हुई

कफ सिरप से मौत : छिंदवाड़ा जिले में मृतकों की संख्या 16 हुई

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  • Publish Date - October 7, 2025 / 07:44 PM IST,
    Updated On - October 7, 2025 / 07:44 PM IST

छिंदवाड़ा, सात अक्टूबर (भाषा) मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में ‘दूषित’ कफ सिरप पीने से गुर्दे (किडनी) में संक्रमण से पीड़ित दो और बच्चों की नागपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके साथ ही जिले में अब तक कुल 16 बच्चों की मौत हो चुकी है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों के अनुसार छिंदवाड़ा के इन बच्चों की मौत किडनी के संदिग्ध रूप से फेल होने के कारण हुई है, जो ‘विषाक्त’ कोल्ड्रिफ कफ सिरप के सेवन से जुड़ी है।

छिंदवाड़ा के अपर जिलाधिकारी धीरेंद्र सिंह ने कहा, ‘‘आज एक और बच्ची की मौत की सूचना मिली है। अभी तक हमारे छिंदवाड़ा जिले में 16 बच्चों की मौत हो चुकी है।’’

उन्होंने बताया कि दो वर्षीय मृतक बच्ची जयुषा यदुवंशी जिले के जुन्नारदेव की रहने वाली थी और विगत एक हफ्ते से नागपुर के शासकीय चिकित्सालय में उसका इलाज हो रहा था।

उन्होंने कहा, ‘‘आज उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।’’

अपर जिलाधिकारी ने बताया कि छिंदवाड़ा जिले के छह बच्चों का नागपुर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज जारी है और इनमें से पांच की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।

इससे पहले, सोमवार को तामिया ब्लॉक के भरियाढना गांव की रहने ढाई साल की धानी डहेरिया की नागपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

परिजनों ने बताया कि चिकित्सक द्वारा दिए गए कोल्ड्रिफ सिरप के सेवन के बाद बच्ची की तबीयत बिगड़ गई थी और उसकी किडनी फेल हो गई।

उन्होंने बताया कि डहेरिया का इलाज पहले परासिया में डॉक्टर प्रवीण सोनी के पास कराया गया था लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे नागपुर में भर्ती कराया गया।

भोपाल में राज्य सरकार के एक अधिकारी ने इससे पहले बताया था कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के नागपुर के विभिन्न अस्पतालों में राज्य के नौ बच्चों का इलाज चल रहा है, जिनमें से सात छिंदवाड़ा और दो बैतूल के हैं।

जयुषा यदुवंशी और धानी डहेरिया की मौत से पहले मध्यप्रदेश सरकार ने छिंदवाड़ा में 14 बच्चों की मौत की पुष्टि की थी।

इस मामले में जांच के बीच सोमवार को राज्य सरकार ने दो औषधि निरीक्षकों और खाद्य एवं औषधि प्रशासन के एक उप निदेशक को निलंबित कर दिया था और राज्य के औषधि नियंत्रक का भी तबादला कर दिया था।

छिंदवाड़ा के डॉ. प्रवीण सोनी को लापरवाही के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जबकि कोल्ड्रिफ कफ सिरप बनाने वाली कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जहरीला कफ सिरप पीने से छिंदवाड़ा के अब तक 14 बच्चों की किडनी खराब होने से मौत हो गई। इन 14 मृतकों में से 11 परासिया उपमंडल से, दो छिंदवाड़ा शहर से और एक चौरई तहसील से हैं।

मध्यप्रदेश पुलिस ने मौतों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है और तमिलनाडु में स्थित कोल्ड्रिफ कफ सिरप की निर्माता कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

भाषा

सं, ब्रजेन्द्र, रवि कांत

रवि कांत