Publish Date - February 28, 2025 / 06:09 PM IST,
Updated On - February 28, 2025 / 06:09 PM IST
High Court Order to Private Colleges | Source : IBC24
HIGHLIGHTS
मध्य प्रदेश की जीवाजी यूनिवर्सिटी से संबद्धता प्राप्त 373 निजी कॉलेजों की मुश्किलें बढ़ गयी है।
जीवाजी विश्वविधालय के पूर्व प्रोफेसर अरूण शर्मा ने निजी कॉलेजों की फर्जीवाड़े के भंड़ाफोड़ किया था।
ग्वालियर बेंच ने ग्वालियर-चंबल के जीवाजी यूनिवर्सिटी से संबद्धता प्राप्त कॉलेजों की जांच के आदेश EOW पुलिस को दिए है।
ग्वालियर। High Court Order to Private Colleges: मध्य प्रदेश की जीवाजी यूनिवर्सिटी से संबद्धता प्राप्त 373 निजी कॉलेजों की मुश्किलें बढ़ गयी है। हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने ग्वालियर-चंबल के जीवाजी यूनिवर्सिटी से संबद्धता प्राप्त कॉलेजों की जांच के आदेश EOW पुलिस को दिए है। साथ ही ये भी कहा है भौतिक सत्यापन ओर दस्तावेजी सत्यापन में जहां भी कॉलेजों की गड़बड़ी समाने आएं, तुरंत कॉलेज संचालक ओर फर्जीवाड़े कराके संबद्धता देने वाले के सीधे एफआईआर दर्ज की जाएं।
दरअसल, जीवाजी विश्वविधालय के पूर्व प्रोफेसर अरूण शर्मा ने निजी कॉलेजों की फर्जीवाड़े के भंड़ाफोड़ किया था। इस दौरान मुरैना के झुंडपुरा में फर्जी शिवशक्ति कॉलेज का संचालन किया जा रहा था। जबकि कॉलेज का जमीनी रूप से कोई वजूद नही था। साथ ही सबसे हैरत की बात ये थी कि कॉलेज को जीवाजी विश्वविधालय लगातार 14 सालों से संबद्धता भी दे रहा था।
जिसके बाद, आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो यानि की ईओडब्ल्यू ने झुंडपुरा में फर्जी शिवशक्ति कॉलेज के संचालन के मामले में 17 लोगों पर एफआईआर दर्ज की थी। इसमें जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी सहित 17 प्रोफेसर के खिलाफ मामला दर्ज किया था। वहीं एक सप्ताह, पहले इसी मामले में यूनिवर्सिटी के कुलगुरू अविनाश तिवारी को बर्खास्त कर दिया गया है।
जीवाजी विश्वविद्यालय के कॉलेजों के लिए हाईकोर्ट ने क्या आदेश दिया है?
हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने जीवाजी विश्वविद्यालय से संबद्धता प्राप्त 373 निजी कॉलेजों की जांच के आदेश दिए हैं। ईओडब्ल्यू पुलिस को भौतिक और दस्तावेजी सत्यापन करने के लिए कहा गया है और जहां भी गड़बड़ी पाए जाने पर एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया गया है।
फर्जी कॉलेज के मामले में क्या कार्रवाई की गई है?
मुरैना के झुंडपुरा में फर्जी शिवशक्ति कॉलेज का संचालन किए जाने की जानकारी सामने आई थी। ईओडब्ल्यू ने इस मामले में 17 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है, जिसमें जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी और 17 प्रोफेसर भी शामिल हैं।
जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई?
जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी को फर्जी कॉलेज मामले में संलिप्त पाए जाने के बाद बर्खास्त कर दिया गया है।
जीवाजी विश्वविद्यालय में कॉलेजों की संबद्धता कैसे दी जाती है?
जीवाजी विश्वविद्यालय से संबद्धता पाने के लिए कॉलेजों को भौतिक सत्यापन और दस्तावेजी सत्यापन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। यदि कोई कॉलेज फर्जी पाया जाता है, तो उसकी संबद्धता रद्द कर दी जाती है और संबंधित आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है।
ग्वालियर में हुई इस घटना के बाद की स्थिति क्या है?
ग्वालियर में इस मामले की जांच जारी है। ईओडब्ल्यू पुलिस द्वारा कॉलेजों की जांच की जा रही है और जहां भी गड़बड़ी पाई जाती है, आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।