Shah-Maat: कुर्बानी पर शोर..सियासत चंहुओर, क्या बकरीद को सियासत की नजर लग गई है? देखिए पूरी रिपोर्ट

MP Politics: कुर्बानी पर शोर..सियासत चंहुओर, क्या बकरीद को सियासत की नजर लग गई है? देखिए पूरी रिपोर्ट

  •  
  • Publish Date - June 5, 2025 / 11:29 PM IST,
    Updated On - June 5, 2025 / 11:36 PM IST

MP Politics | Photo Credit: IBC24

HIGHLIGHTS
  • कुरबानी पर बकरीद से पहले बहस ने जोर पकड़ा
  • धार्मिक स्वतंत्रता बनाम पशु अधिकारों की नई बहस
  • राजनीतिक दलों ने भी इस मुद्दे पर मोर्चा संभाल लिया है

भोपाल: MP Politics बात निकली है तो दूर तलक जाएगी। कुछ इसी अंदाज में बकरीद पर बहस आम है लेकिन प्रतिक्रियाएं खास हैं। कुरबानी पर उठा ये नया तूफान किसी एक ओर से नहीं है। बल्कि चौतरफा है, तभी तो बयानों की बाढ़ है और इस बाढ़ में डूब उतर रहा है एक त्योहार। इस प्रकरण में वार है, तकरार है पलटवार भी है।

क्या बकरीद पर "कुरबानी" देना धार्मिक रूप से अनिवार्य है?

इस्लाम धर्म में बकरीद पर कुरबानी देना एक महत्वपूर्ण धार्मिक कर्तव्य माना जाता है, लेकिन कुछ विद्वानों के अनुसार यह अनिवार्य नहीं बल्कि सुन्नत है।

क्या सार्वजनिक स्थानों पर "कुरबानी" करना कानूनन सही है?

अधिकतर राज्यों में सार्वजनिक स्थानों पर कुरबानी करने की अनुमति नहीं है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन से अनुमति लेना आवश्यक होता है।

"कुरबानी" को लेकर विवाद क्यों हो रहा है?

पशु अधिकार, सफाई, सार्वजनिक भावना और धार्मिक स्वतंत्रता के बीच संतुलन न बन पाने के कारण यह विषय विवादास्पद बन गया है।