मध्यप्रदेश के इस मंदिर में विदेशों से आती है भगवान गणेश के लिए राखियां, जानिए क्या है इसकी खासियत
In temple of Madhya Pradesh, Rakhis come from abroad for Lord Ganesha: मध्यप्रदेश के इस मंदिर में विदेशों से आती है भगवान गणेश के लिए राखियां
Rakhi Special : उज्जैन। रक्षा बंधन के लिए बड़ा गणेश मंदिर में विदेशो से पहुँचने लगी राखी, देश और विदेश में कई बहनों ने भगवान गणेश को बना रखा है भाई, कई वर्षो से राखी बाँधने बड़ा गणेश मंदिर में आ रही बहने, उज्जैन के महाकाल मंदिर के पास बड़ा गणेश मंदिर स्थित है। यह मंदिर अति प्राचीन है। मंदिर में भगवान गणेश की अति विशाल प्रतिमा है। रक्षा बंधन के दिन यहाँ सबसे पहले राखी बाँधी जाती है। सबसे ख़ास बात यह है की मंदिर में भगवान गणेश को बांधने के लिए राखी विदेश से आती है। यहाँ रक्षा बंधन के 15 दिन पहले से राखी आना शुरू हो जाती है।
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बता दें ये राखी देश के बेंगलोर, मुम्बई, गाजियाबाद, कोलकत्ता, दिल्ली, देहरादूनन जयपुर और भोपाल से आ चुकी है। वहीँ अमेरिका और हांकांग से भी राखी मंदिर पहुँच गई है। अभी कई देशो से राखी आना बाकि है। यहाँ कई वर्षो से राखी विदेशो से आ रही है। ज्योतिषाचार्य आनंद शंकर व्यास ने जानकारी देते हुए बताया की जगत के पिता भगवान शिव को माना गया है तो वहीँ भगवान गणेश को भाई माना जाता है। यही कारण है की कई बहनों ने भगवान गणेश को अपना भाई मान रखा है।
रक्षा बंधन के दिन शहर के अलावा आस पास के क्षेत्रो से बहने खुद यहाँ मंदिर आती है और बड़ा गणेश को राखी बांधती है। गणेश भगवान को राखी बांधने के बाद बहने अपने भाइयों को राखी बंधती है। उज्जैन में रक्षा बंधन 11 अगस्त को मनाया जाएगा। बड़ा गणेश मंदिर में सुबह पूजन अर्चन के बाद देश विदेश से आई राखी बांधने के साथ ही शहर ही बहने राखी बांधेगी।

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