भोपाल, सात मई (भाषा) कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य और वरिष्ठ वकील तन्खा ने बुधवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए सुरक्षा बलों को बधाई देते हुए कहा कि भारत ने आतंकवादियों और उनके आकाओं पर हमला करने के अपने दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया है।
उन्होंने राज्यसभा के सभापति से सीमावर्ती राज्य में व्याप्त संवेदनशील स्थिति के मद्देनजर श्रीनगर और जम्मू में स्थायी समिति के दौरे को स्थगित करने का भी आग्रह किया।
तन्खा ने संसद के उच्च सदन के सभापति को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैं ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए हमारे सुरक्षा बलों को बधाई देता हूं। भारत ने आतंकवादियों और उनके आकाओं, दोनों के खिलाफ हमला करने के दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है।’’
अधिकारियों ने कहा कि बुधवार तड़के भारतीय विमानों ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किए बिना जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के प्रशिक्षण शिविरों, लॉन्च पैड और मुख्यालयों पर सटीक हमले किए।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम से पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के विशाल मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय समेत कई जगहों पर जवाबी कार्रवाई की गई।
यह कार्रवाई 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम कस्बे के पास 25 पुरुष पर्यटकों की उनकी पत्नियों और परिवारों के सामने और एक स्थानीय गाइड की “बर्बर हत्या” के बाद की गई।
पहलगाम आतंकी हमले से उत्पन्न संवेदनशील स्थिति को देखते हुए तन्खा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में उनके प्रस्तावित अध्ययन दौरे को राष्ट्रीय हित में किसी अन्य तिथि तक स्थगित कर दिया जाना चाहिए।
कार्मिक, लोक शिकायत, कानून और न्याय मामले से जुड़ी संसद की स्थायी समिति 10-13 मई तक अध्ययन दौरे के लिए श्रीनगर और जम्मू का दौरा करने वाली है।
उन्होंने पत्र में लिखा, “किसी भी उच्च स्तरीय संसदीय दौरे से प्रशासन और सुरक्षा बलों का ध्यान भटकेगा, जो न तो जनहित में होगा और न ही समिति के हित में।” कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि उन्होंने दौरे से नाम वापस ले लिया है।
भाषा दिमो संतोष
संतोष