Publish Date - April 27, 2025 / 12:31 PM IST,
Updated On - April 27, 2025 / 12:31 PM IST
Parcel Delivery Scam News | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
पार्सल डिलीवरी के नाम पर महिला टीचर से 6.25 लाख की ठगी,
स्वस्तिक कॉलोनी निवासी टी प्रतिमा बनीं साइबर ठगी का शिकार,
ठगों ने डराकर रकम अकाउंट में ट्रांसफर करवाई,
बिलासपुर: Parcel Delivery Scam News: शहर के तोरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक चौंकाने वाला ठगी का मामला सामने आया है जहां एक निजी स्कूल में पढ़ाने वाली महिला टीचर से पार्सल डिलीवरी का झांसा देकर 6.25 लाख रुपए की ठगी की गई। पीड़िता की पहचान स्वस्तिक कॉलोनी निवासी टी प्रतिमा के रूप में हुई है।
Parcel Delivery Scam News: प्राप्त जानकारी के अनुसार अज्ञात ठगों ने टी प्रतिमा से संपर्क कर खुद को पार्सल कंपनी का प्रतिनिधि बताया और एक महंगा पार्सल उनके नाम पर बुक होने की बात कहकर डराया। इसके बाद ठगों ने पीड़िता को कथित जांच और वैरिफिकेशन के नाम पर बैंक अकाउंट से किस्तों में कुल 6.25 लाख रुपए ट्रांसफर करवाए।
Parcel Delivery Scam News: जब टी प्रतिमा को महसूस हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुकी हैं तब उन्होंने तोरवा थाना पहुंचकर पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला गंभीरता से लेते हुए अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और साइबर क्राइम की धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बिलासपुर में एक महिला टीचर से पार्सल डिलीवरी का झांसा देकर 6.25 लाख रुपए की ठगी की गई है। ठगों ने उन्हें एक महंगे पार्सल का झांसा दिया और जांच के नाम पर बैंक अकाउंट से पैसे ट्रांसफर करवाए।
पीड़िता की पहचान कौन है?
पीड़िता का नाम टी प्रतिमा है, जो स्वस्तिक कॉलोनी, बिलासपुर की निवासी हैं और एक निजी स्कूल में टीचर हैं।
ठगों ने किस तरीके से ठगी की?
ठगों ने खुद को पार्सल कंपनी का प्रतिनिधि बताकर पीड़िता से संपर्क किया। फिर उन्होंने पार्सल के नाम पर बैंक से किस्तों में पैसे ट्रांसफर करवाए, जिनकी कुल राशि 6.25 लाख रुपए थी।
क्या पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई की है?
हां, पुलिस ने तोरवा थाना में धोखाधड़ी और साइबर क्राइम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
इस ठगी से बचने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं?
किसी भी अज्ञात कॉल या संदेश पर विश्वास न करें, और हमेशा कंपनी या संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट या फोन नंबर से संपर्क करके किसी भी पार्सल या भुगतान की सत्यता की जांच करें।