Face To Face Madhya Pradesh | Photo Credit: IBC24
भोपाल: प्यार के जाल में कॉलेज की लड़कियों के फंसाना, फिर धोखा देना एक बात थी। पर ब्लैकमेल करना और लड़कियों के डर्टी पिक्चर बनाना इस गुनाह को और संगीन बना देता है। भोपाल में हुए इस कांड में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। साथ ही नए सियासी बयानों से भी मामला गर्म होते जा रहा है । सवाल है कि ऐसे ऑर्गनाइज्ड क्राइम करने वालों की सजा क्या है। जहां एक साथ कई अपराध अंजाम दिए गए हों। बीजेपी सांसद इसके लिए नसबंदी की सजा तजवीज़ करते हैं क्या आप उनसे सहमत हैं?
इसमें कोई दो राय नहीं है कि टीआईटी कॉलेज में छात्राओं के साथ जो हुआ उसको लेकर पूरे मध्यप्रदेश में आक्रोश है लेकिन एक सांसद का और एक विधायक का ये बयान अपनी ही सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा कर रहा है, क्योंकि लव जिहादियों को सबक सीखाने के लिए मध्य प्रदेश में कड़ा कानून है और इसे कड़े कानून के चलते अब तक 5 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। नेताओं के बयान के बाद मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी अपने नेताओं नसीहत भी दी है।
लेकिन अब इस मुद्दे पर राजनीति शुरू हो गई। दोनों दल अपनी अपनी-अपनी राजनीति कर रहे हैं। बीजेपी के सांसद के बयान आने के बाद कांग्रेस ने सांसद को सर्कस में काम करने वाला बताया साथ ही सवाल पूछा कि कब चलेगा बुल्डोजर और कब होगी ड्रग बेचने वालों की नसबंदी।
मध्य प्रदेश में पिछले 4 साल में लव जिहाद के 250 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इसी साल मार्च 2025 में सीएम डॉ मोहन यादव ने धर्मांतरण के मामले में फांसी की सज़ा तक देने की बात कही थी। यानी सरकार लव जिहादियों को कठोर से कठोर सजा देना चाहती है लेकिन अपने ही सिस्टम पर सांसद आलोक शर्मा को लगता है भारोसा नहीं रहा। या फिर वो इस मामले पर राजनीति कर रहे हैं और कांग्रेस भी इसी राजनीति का हिस्सा बन रही है। होना तो ये चाहिए कि लव जिहादियों को सबक सिखाने के लिए दोनों दलों को एक साथ आना चाहिए क्योंकि ये हमारी बहन बेटियों का विषय है।