Face To Face MadhyaPradesh: लव जिहाद का तंदूर.. सिस्टम क्यों मजबूर? मध्यप्रदेश में लव जिहाद के बढ़ते मामलों के पीछे क्या कोई साजिश है?

लव जिहाद का तंदूर.. सिस्टम क्यों मजबूर? Is there a conspiracy behind the increasing cases of love jihad in Madhya Pradesh?

Edited By :  
Modified Date: May 23, 2025 / 12:04 AM IST
,
Published Date: May 23, 2025 12:02 am IST

भोपालः Face To Face MadhyaPradesh: मध्यप्रदेश में लव जिहाद के मामले अब चौंकाते नहीं बल्कि डराते हैं, क्योंकि ऐसे-ऐसे कांड अब तक सामने आए हैं, जो गहरे साजिश की परतें खोलते हैं। जो एक अदृश्य जाल और उस जाल में फंसी लड़कियों की गुहार सुनाती है। भोपाल के TIT कॉलेज में जिस तरह पूरी गिरोहबंदी कर हिंदू लड़कियों की जिंदगी बरबाद की गई, वो सच डराने वाली है। सवाल है कि लव जिहाद का ये दंश कब तक झेलेगा मध्यप्रदेश और क्यों अगर ये साजिश है तो उस साजिश का भंडाफोड़ हो रहा है ?

Read More : Reservation in House Allotment: दिव्यांग सरकारी कर्मियों के लिए खुशखबरी, इस चीज के लिए मिलेगा 4 प्रतिशत आरक्षण, सरकार ने जारी किया आदेश

Face To Face MadhyaPradesh: महिला आयोग की 19 पेज की रिपोर्ट जारी की है, जिसमें TIT कॉलेज प्रबंधन का गैरजिम्मेदाराना रवैया और फरमान की वहशीपनें की पूरी आपबीती है। दूसरी तस्वीर इंदौर की है, यहां शूटिंग एकेडमी चलाने वाला कथित खान सर हिन्दू छात्राओं के साथ गंदी हरकत, बैड टच, छेड़छाड़ गंदे मैसेज, एक लाइन में कहूं तो इस खान ने शूटिंग एकेडमी के नाम पर अय्याशी का अड्डा खोल रखा था. टारगेट पर सिर्फ हिन्दू लड़कियां थी।

Read More : Chhattisgarh Ki Baat: नक्सल खत्म.. सियासत जारी, कांग्रेस की नई तैयारी! क्या नक्सलवाद के खात्मे का श्रेय बीजेपी को मिलने की बात से परेशान है कांग्रेस? 

आपको जानकर हैरानी होगी कि TIT कॉलेज में नमाज पढ़ने के लिए कॉलेज बस मिलती थी। मुस्लिम छात्र-छात्राओं को विशेष सुविधा मिलती थी। मुस्लिम छात्राएं कॉलेज में ही नमाज पढ़ती थी। दूसरे धर्म की छात्राओं को स्कार्फ पहनने पर जुर्माना लगता था यानी एक विशेष धर्म को विशेष फैसीलिटी मिलती थी और इसी विशेष फैसीलिटी का फायदा उठाता था फरहान और उसके दोस्त..जो इसी कॉलेज की स्कॉरशिप पढ़ रहा था। जो हमारी बहन बेटियों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करते थे, नानवेज खाने का दबाव डालता था। बुर्का पहनने पर मजबूर करता था। पूजा पाठ करने से मना करता था। सवाल ये है कि कॉलेज हो या कोचिंग एक ही पैटर्न ये इशारा है कि इसके पीछे एक पूरा नेक्सस काम कर रहा है।

Read More : #SarkarOnIBC24: क्या डेडलाइन से पहले ख़त्म हो जाएगा देशभर से नक्सलवाद?.. गगन्ना के मौत से टूट गई माओवादियों की रीढ़?.. देखें सरकार..

इस पैटर्न का मतलब है कि मुस्लिम लड़के हिन्दू लड़कियों को टारगेट करते हैं और इसमें एक पूरा नेक्सस तो काम कर ही रहा है, लेकिन सिस्टम भी इनका साथ दे रहा है। महिला आयोग की रिपोर्ट ये भी कहती है कि पुलिस को और संवेदनशील होने की ज़रुरत है, क्योंकि आरोपियों के खिलाफ संगठित अपराध का केस दर्ज होना चाहिए। कॉलेज में तो हम पढ़ने जाते हैं आगे बढ़ने के लिए जाते हैं लेकिन उसी कॉलेज में जब विशेष धर्म को विशेष फैसिलिटी मिलती है तो फरहान हिन्दू बेटियों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करता है और इंदौर का कथित खान सर शूटिंग एकेडमी खोलकर हिन्दू बहन बेटियों के साथ शूटिंग के बहाने कहता है यहां शूटिंग सिखनी है तो जैसा मैं कहता हूं वैसा करो।