Reported By: Vijendra Pandey
,jabalpur news/ IBC24
Jabalpur News: जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में हाल ही में 1100 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हुआ प्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाईओवर अब विवादों के घेरे में आ गया है। यह फ्लाईओवर, शहरवासियों के लिए यह ‘ऊंचा नजर’ वाला संकट बनता जा रहा है। दरअसल, आरोप है कि फ्लाईओवर से गुजरने वाले लोग, उसके ठीक किनारे बसे घरों में तांकझांक कर रहे हैं, जिससे लोगों की निजता (प्राइवेसी) भंग हो रही है।
दरअसल, इस मुद्दे को उठाते हुए जबलपुर की अधिवक्ता अलका सिंह ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में कहा गया है कि फ्लाईओवर शहर की घनी रिहायशी बस्तियों के बीच से होकर गुजरता है, जहां लोगों के घर फ्लाईओवर के लेवल से भी नीचे हैं। ऐसे में जब लोग फ्लाईओवर से गुजरते हैं तो कई घरों के कमरे, बालकनी, रसोई और निजी जीवन उनकी नजर में आ जाते हैं। यह न सिर्फ असहजता का कारण बन रहा है बल्कि निजता के अधिकार का सीधा उल्लंघन है।
Jabalpur News: याचिका में फ्लाईओवर की दोनों तरफ व्यू कटर्स लगाने की मांग की गई है, ताकि फ्लाईओवर से घरों में सीधे झांकना संभव न हो। अधिवक्ता ने यह भी बताया कि दशहरे जैसे त्यौहार नजदीक हैं और इस दौरान अराजक भीड़ व असंगठित यातायात की स्थिति में दुर्घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है।
Jabalpur News: इस मामले की सुनवाई के दौरान मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिए हैं कि प्राइवेसी के इस मुद्दे को गंभीरता से लें और तत्काल उचित कदम उठाएं। कोर्ट ने यह भी कहा कि फ्लाईओवर पर एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर स्पष्ट संकेतक लगाएं, ताकि यातायात सुव्यवस्थित रहे और लोग गफलत में गलत दिशा में न जाएं। हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि फ्लाईओवर पर सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया जाए। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी प्रकार की अराजकता या घटनाएं फ्लाईओवर पर न हों।
वहीं, सरकार की ओर से कोर्ट को जानकारी दी गई कि वह फ्लाईओवर पर व्यू कटर्स लगाने के प्रस्ताव पर विचार कर किया जा रहा है।