Reported By: Vijendra Pandey
,Jabalpur News/Image Source: IBC24
जबलपुर: Jabalpur News: आदिम जाति कल्याण विभाग के डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे पर की गई ईओडब्ल्यू की छापामार कार्यवाही में आरोपी की आय से अधिक संपत्ति और कई अवैध सम्पत्तियों का खुलासा हुआ है। सरवटे की अनुपातहीन संपत्ति का आँकलन बढ़कर 6 करोड़ 75 लाख रुपए तक पहुँच गया है।
Jabalpur News: सबसे गंभीर बात यह है कि जगदीश सरवटे के जबलपुर स्थित घर की जाँच में ईओडब्ल्यू को बाघ की खाल मिली है। साढ़े पाँच फीट लंबी और चौड़ी इस खाल को जब्त करते हुए ईओडब्ल्यू ने इसकी सूचना वन विभाग को दी है। वन विभाग अब इस मामले में बाघ के शिकार के ऐंगल से जाँच कर रहा है। इधर ईओडब्ल्यू ने कार्यवाही के दूसरे दिन सरवटे के जबलपुर, भोपाल और सागर स्थित घरों पर छापामार कार्यवाही की। जबलपुर स्थित घर से आज जहाँ बाघ की खाल और 19 लाख रुपए का सामान मिला वहीं सागर स्थित शासकीय आवास से 2 लाख 80 हज़ार रुपए का सामान बरामद हुआ।
Jabalpur News: ईओडब्ल्यू को जगदीश सरवटे का एक और फ्लैट भोपाल के कोरलवुड में मिला है। फ्लैट तालाबंद मिलने पर उसे सील कर दिया गया है। इसके साथ ही जबलपुर स्थित बैंक लॉकर भी खोले गए। माँ के साथ संयुक्त खाते में खोले गए बैंक लॉकर से ईओडब्ल्यू को 18 लाख रुपए मूल्य के सोने के आभूषण मिले हैं। जाँच में पता चला है कि सरकारी नौकरी में रहते हुए जगदीश सरवटे को कुल 1 करोड़ 56 लाख रुपए की वैध आय प्राप्त हुई थी जबकि अब तक 6 करोड़ 75 लाख रुपए की अनुपातहीन संपत्ति का खुलासा हो चुका है। वहीं जबलपुर के डीएफ़ओ ऋषि मिश्र का कहना है कि आरोपी अधिकारी के घर से बाघ की खाल मिलना एक बेहद गंभीर वन्य अपराध है जिसकी जाँच जारी है।