Sihora District Demand: खून से दिया जलाकर जिला बनाने की मांग, आंदोलन समिति का रातभर भू समाधि प्रदर्शन, 24 साल बाद भी सरकार का वादा अधूरा

Sihora District Demand: खून से दिया जलाकर जिला बनाने की मांग, आंदोलन समिति का रातभर भू समाधि प्रदर्शन, 24 साल बाद भी सरकार का वादा अधूरा

Sihora District Demand: खून से दिया जलाकर जिला बनाने की मांग, आंदोलन समिति का रातभर भू समाधि प्रदर्शन, 24 साल बाद भी सरकार का वादा अधूरा

Sihora District Demand/Image Source: IBC24


Reported By: Dharam Goutam,
Modified Date: October 26, 2025 / 07:50 am IST
Published Date: October 26, 2025 7:50 am IST
HIGHLIGHTS
  • जबलपुर के सिहोरा में भू समाधि प्रदर्शन,
  • जिला बनाने की मांग को लेकर आंदोलन जारी.
  • आंदोलन समिति का रातभर भू समाधि प्रदर्शन,

जबलपुर: Jabalpur News: सिहोरा को जिला बनाने की मांग को लेकर आंदोलन समिति के सदस्यों ने अनोखा प्रदर्शन किया। समिति के सदस्यों ने भू समाधि के जरिए अपनी मांग जताई। यह प्रदर्शन 26 अक्टूबर, रविवार को पूर्व से निर्धारित था, लेकिन आंदोलन समिति का आरोप है कि पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार प्रदर्शन न करने का दबाव बनाया गया और दो-दो बार भू समाधि के लिए खोदे गए गड्ढों को भरवा दिया गया।

Sihora District Demand: इसका असर यह हुआ कि आंदोलन समिति के सदस्यों ने देर रात ही अपने भू समाधि प्रदर्शन की शुरुआत की और यह प्रदर्शन करीब 1 बजे तक जारी रहा। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की समझाइश के बाद आंदोलन समिति के सदस्यों ने अपना प्रदर्शन समाप्त किया। वहीं समिति ने निर्णय लिया है कि यह आंदोलन रविवार को पुनः किया जाएगा।

आंदोलन समिति के सदस्यों ने मौजूदा भाजपा सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान शीर्ष नेताओं ने मंच से जनता से वादा किया था कि भाजपा के प्रत्याशी को जीत दिलाने के बाद सिहोरा को जिला बनाने की पैरवी की जाएगी। लेकिन विधानसभा चुनाव के कई साल बीत जाने के बावजूद सिहोरा को जिला बनाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया, जिसके कारण यह आंदोलन करना पड़ रहा है।

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Sihora District Demand: सदस्यों ने दिवाली से एक दिन पहले भी अपने खून से दिए जलाकर प्रदर्शन किया था। बता दें कि जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील को लंबे समय से जिला बनाने की मांग उठती आ रही है। 2001 में तत्कालीन मुख्यमंत्री उमा भारती ने सिहोरा को जिला बनाने की घोषणा की थी और राजपत्र भी जारी किया था, लेकिन 24 साल बीत जाने के बाद भी सिहोरा का जिला अस्तित्व में नहीं आ सका।

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लेखक के बारे में

टिकेश वर्मा- जमीनी पत्रकारिता का भरोसेमंद चेहरा... टिकेश वर्मा यानी अनुभवी और समर्पित पत्रकार.. जिनके पास मीडिया इंडस्ट्री में 12 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव हैं। राजनीति, जनसरोकार और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से सरकार से सवाल पूछता हूं। पेशेवर पत्रकारिता के अलावा फिल्में देखना, क्रिकेट खेलना और किताबें पढ़ना मुझे बेहद पसंद है। सादा जीवन, उच्च विचार के मानकों पर खरा उतरते हुए अब आपकी बात प्राथिकता के साथ रखेंगे.. क्योंकि सवाल आपका है।