Jungli Ullu Videos : 2 साल बाद जंगल में दिखा दुर्लभ उल्लुओं की ये प्रजातियां, 1884 से ही देश में विलुप्तप्राय सूची में, देखें तस्वीरें

2 साल बाद जंगल में दिखा दुर्लभ उल्लुओं की ये प्रजातियां...Jungli Ullu Videos: This species of rare owls seen in the forest after 9 years

  • Reported By: Prateek Mishra

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  • Publish Date - March 4, 2025 / 12:13 PM IST,
    Updated On - March 4, 2025 / 12:14 PM IST

Jungli Ullu Videos | Image Source | IBC24

HIGHLIGHTS
  • कालीभीत के जंगल में दुर्लभ आउलेट प्रजाति के उल्लू मिले,
  • वन विभाग की कड़ी निगरानी,
  • 1884 से ही देश में विलुप्तप्राय सूची में,

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खंडवा : Khandawa News : सतपुड़ा की पहाड़ियों के बीच स्थित खंडवा वन मंडल का कालीभीत जंगल अपनी समृद्ध जैव विविधता, बेशकीमती वनस्पतियों और जड़ी-बूटियों के लिए प्रसिद्ध है। यहां तेंदुआ सहित कई अन्य वन्य प्राणी और दुर्लभ पक्षी पाए जाते हैं। हाल ही में इस जंगल में दुर्लभ आउलेट प्रजाति (जंगली उल्लू) के देखे जाने की पुष्टि हुई है। Jungli Ullu Videos

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कैमरा ट्रैप से मिले 24 उल्लू

Jungli Ullu Videos : वन विभाग के अनुसार, यह आउलेट प्रजाति केवल दुर्लभ ही नहीं, बल्कि संकटग्रस्त भी है। यह उल्लू 2 साल पहले जंगल में देखे गए थे, और तब से इनकी संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। वन विभाग ने इन उल्लुओं की निगरानी के लिए जंगल में रणनीतिक रूप से कई स्थानों पर कैमरा ट्रैप लगाए, जिससे अब तक 24 उल्लू कैमरे में कैद हुए हैं।

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प्रदेश में एकमात्र दुर्लभ उल्लू आवास

Jungli Ullu Videos : खंडवा वन मंडल प्रदेश का एकमात्र ऐसा स्थान है, जहां यह दुर्लभ उल्लू प्रजाति पाई जाती है। डीएफओ राकेश डामोर के अनुसार, झिंझरी, झिरपा और अन्य क्षेत्रों में कुल आठ स्वस्थ उल्लू देखे गए हैं। यह उल्लू प्रजाति वर्ष 1884 में समाप्त मानी जा रही थी, लेकिन अब दोबारा इनकी मौजूदगी दर्ज की गई है। वन विभाग इस दुर्लभ प्रजाति को जीवित बनाए रखने के लिए सतत निगरानी कर रहा है। कैमरा ट्रैप के माध्यम से उल्लुओं के घोंसलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आवश्यकतानुसार उल्लुओं का अवलोकन भी किया जा रहा है, जिससे उनकी संख्या और गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।

"दुर्लभ आउलेट प्रजाति का उल्लू" क्या है?

यह एक संकटग्रस्त और दुर्लभ जंगली उल्लू प्रजाति है, जो अब केवल खंडवा वन मंडल में पाई जाती है।

"आउलेट प्रजाति के उल्लू" खंडवा में कैसे मिले?

वन विभाग ने जंगल में कैमरा ट्रैप लगाकर इन उल्लुओं की निगरानी की, जिससे 24 उल्लू कैमरे में कैद हुए।

"उल्लू संरक्षण" के लिए वन विभाग क्या कदम उठा रहा है?

वन विभाग उल्लुओं की सतत निगरानी कर रहा है और उनके घोंसलों की सुरक्षा के लिए कैमरा ट्रैप का उपयोग कर रहा है।

क्या "आउलेट उल्लू" अन्य राज्यों में भी पाया जाता है?

वर्तमान में, यह दुर्लभ उल्लू प्रजाति केवल खंडवा वन मंडल में ही पाई जाती है।

"उल्लू की यह प्रजाति" पहले विलुप्त क्यों मानी गई थी?

1884 के बाद इस प्रजाति के उल्लू नहीं देखे गए थे, जिससे इसे विलुप्त मान लिया गया था, लेकिन हाल ही में इनकी मौजूदगी दर्ज की गई है।