Publish Date - April 4, 2025 / 09:33 AM IST,
Updated On - April 4, 2025 / 11:44 AM IST
Khandwa Well Rescue Operation | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
खंडवा कुंआ हादसे की बड़ी वहज आई सामने,
खंडवा में कुएं में जहरीली गैस से 8 की मौत,
गणगौर विसर्जन के लिए सफाई करने उतरे थे ग्रामीण,
खंडवा: Khandwa Well Rescue Operation: जिले के छैगांवमाखन क्षेत्र के कोंडावत गांव में गुरुवार शाम एक हृदयविदारक हादसे में 8 लोगों की जान चली गई। यह हादसा उस समय हुआ जब गणगौर विसर्जन के मद्देनज़र एक कुएं की सफाई की जा रही थी। सफाई के दौरान कुएं में जहरीली गैस भरने से दम घुटने के कारण सभी की मौत हो गई।
Khandwa Well Rescue Operation: गांव निवासी अर्जुन (35) पिता गोविंद पटेल, कुएं की सफाई के लिए नीचे उतरे थे। कुएं के भीतर जहरीली गैस होने की जानकारी न होने से अर्जुन गैस की चपेट में आ गए और बेहोश होकर कुएं में गिर गए। उन्हें बचाने के लिए एक के बाद एक 7 ग्रामीण और नीचे उतरे, लेकिन सभी दम घुटने से दलदल में फंसकर जान गंवा बैठे।
Khandwa Well Rescue Operation: घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस, प्रशासन और एसडीईआरएफ (State Disaster Emergency Response Force) की 15 सदस्यीय टीम मौके पर पहुंची। करीब 3 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी 8 शव कुएं से बाहर निकाले गए।
Khandwa Well Rescue Operation: प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए छैगांवमाखन के अस्पताल भेजा गया है और शुक्रवार को अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
यह हादसा गुरुवार शाम को कोंडावत गांव (छैगांवमाखन क्षेत्र, खंडवा जिला) में हुआ, जब ग्रामीण गणगौर विसर्जन की तैयारी कर रहे थे।
हादसे की मुख्य वजह क्या थी?
मुख्य वजह कुएं के अंदर जहरीली गैस का रिसाव थी, जिससे दम घुटने की वजह से 8 लोगों की मौत हो गई।
कितने लोगों की मौत हुई और उनकी पहचान क्या है?
हादसे में 8 ग्रामीणों की मौत हुई है, जिनमें अर्जुन, वासुदेव, गजानंद, मोहन, अजय, शरण, राकेश और अनिल शामिल हैं।
प्रशासन ने क्या कदम उठाए हैं?
प्रशासन ने प्रत्येक मृतक के परिवार को ₹4 लाख की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। इसके अलावा रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस, प्रशासन और SDERF ने सक्रिय भूमिका निभाई।
आगे की सुरक्षा के लिए क्या सुझाव दिए जा रहे हैं?
विशेषज्ञों का कहना है कि कुओं की सफाई जैसे जोखिम भरे कार्यों से पहले गैस डिटेक्शन और वेंटिलेशन व्यवस्था अनिवार्य होनी चाहिए। साथ ही प्रशिक्षित कर्मचारियों की निगरानी में ही ऐसे काम किए जाने चाहिए।