भोपाल । आयुष्मान योजना के तहत अब से ऐसे मरीज जिनके इलाज का खर्च 3 लाख या उससे ज्यादा है, उनके बिल का ऑडिट कराया जाएगा। यह ऑडिट योजना का संचालन करने वाली स्टेट हेल्थ एजेंसी करेगी। दरअसल राजधानी भोपाल के निजी अस्पताल वैष्णव अस्पताल में हुए फर्जीवाड़े के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने यह फैसला लिया है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
यह भी पढ़े : Samrat Prithviraj Review: ‘पृथ्वीराज’ को एक और झटका, इस मामलें में चूक गए ‘खिलाड़ी कुमार’…
बता दें कि वैष्णव अस्पताल ने बिना किसी मरीज को भर्ती किए फर्जी बिल बनाकर क्लेम के लिए दिया था, जिसकी जांच करने पर इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। अस्पताल ने 30 मरीजों के इलाज का क्लेम किया था. लेकिन जांच में पाया गया कि अस्पताल में एक भी मरीज भर्ती नहीं है। इस तरह की गड़बड़ी फिर न हो इसे रोकने के लिए अब ऑडिट किया जाएगा।
यह भी पढ़े : मूवी रिव्यू विक्रम : सस्पेंस और थ्रिलर से भरपूर है कमल हासन की ‘विक्रम’, फिल्म देखकर दर्शक पर्दा फाड़ दे…
वहीं वैष्णव अस्पताल की मान्यता निरस्त करने के लिए स्टेट हेल्थ एजेंसी ने भोपाल सीएमएचओ को भी पत्र लिखा है।साथ ही अस्पताल का 50 लाख का भुगतान भी रोक दिया गया है।