Pradeep Mishra Sehore:
सीहोरः Pradeep Mishra Sehore: मध्यप्रदेश के सीहोर में पंडित प्रदीप मिश्रा के नेतृत्व में निकाली गई कावड़ यात्रा अब कावड़ियों पर भारी पड़ने लगी है। 3 दिन में 7 कावड़ियों की मौत के बाद अब व्यवस्थाओं पर सवाल उठने लगे हैं। इधर मानव अधिकार आयोग में भी स्वतः संज्ञान लेते हुए जिले के पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर को नोटिस जारी किया है। आयोग ने व्यवस्थाओं के संबंध में सवाल पूछकर जवाब मांगा है।
Pradeep Mishra Sehore: बता दें कि कुबेरेश्वर धाम में हर साल सावन माह में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। बड़ी संख्या में शिवभक्त यहां आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आते हैं। बुधवार को पंडित प्रदीप मिश्रा ने सीहोर की सीवन नदी से कुबेरेश्वर धाम तक 11 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा निकाली। इस आयोजन में दो लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के शामिल होने का दावा किया गया। एक दिन पहले ही भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। मंगलवार को कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण के दौरान भगदड़ मच गई। जिसमें दो महिलाओं की मौत हो गई। जबकि बुधवार को अलग-अलग कारणों से अलग-अलग जगहों पर तीन श्रद्धालुओं ने दम तोड़ दिया। जबकि 3-4 श्रद्धालु घायल हुए हैं। गुरुवार को हार्ट अटैक से दो और लोगों की मौत हो गई। इस तरह अभी तक 7 लोगों की मौत हुई है।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कांवड़ यात्रा के दौरान हुई दुखद घटनाओं पर अपनी पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ये सभी शिव परिवार के अंग हैं… उनके जाने की खबर ने हृदय को गहरी वेदना दी है।” पंडित प्रदीप मिश्रा ने श्रद्धालुओं की मौत को व्यक्तिगत क्षति बताते हुए कहा कि हमारे लिए यह सिर्फ भक्त नहीं थे, ये शिव परिवार के सदस्य थे। उनकी आत्मा को परम शिवलोक में शांति मिले, ऐसी मेरी प्रार्थना है। उन्होंने श्रद्धालुओं के परिवारजनों के प्रति संवेदना जताई और कहा कि शिव की कृपा से वे सभी मोक्ष मार्ग की ओर अग्रसर होंगे। पंडित मिश्रा ने यात्रा आयोजन समिति और प्रशासन से अपील की कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य और मार्ग व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।