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Doctors will not work in Hamidia Hospital on Friday : भोपाल। राजधानी भोपाल के GMC में महिला जूनियर डॉक्टर की मौत के बाद हटाई गई डॉ अरूणा कुमार की वापसी हो गई है। उन्हे स्वास्थ्य विभाग से वापस गांधी मेडिकल कॉलेज में गायनिक डिपार्टमेंट का एच.ओ.डी. बनाकर भेज दिया गया है। उनकी पदस्थापना का आदेश भी जारी कर दिया गया है। डॉ अरुणा कुमार के खिलाफ अभी भी जांच चल रही है। हालांकि दूसरी ओर डॉ अरूणा कुमार के खिलाफ जीएमसी में विरोध भी शुरू हो गया है।
Doctors will not work in Hamidia Hospital on Friday : डॉ अरुणा का खिलाफ स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के डॉक्टरों ने काली पट्टी पहन कर विरोध प्रदर्शन शुरू किया। स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के जूनियर डॉक्टर काली पट्टी बांधकर कर काम रहे हैं। फिलहाल जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद नही किया। अगर डॉ. अरूणा के विभाग में वापस आने का आदेश प्रशासन वापस नहीं लेता तो कल से सुबह से हड़ताल कर काम बन्द करेंगे।
स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के जूनियर डॉक्टरों को जूडा का भी समर्थन भी मिल चुका है। जूनियर डॉक्टरों ने प्रबंधन को लिखित में अल्टीमेटम भी दिया है। इस विरोध के चलते डॉक्टरों ने शुक्रवार सुबह 9 बजे से काम बंद और दोपहर 2 बजे से इमरजेंसी सेवाएं बन्द करने का जूडा ने फैसला लिया है।
आरोप है कि पिछले साल अगस्त में आंध्र प्रदेश की रहने वाली जूनियर डाक्टर डॉ बाला सरस्वती ने डॉ अरुणा कुमार पर आरोप लगाते हुए सुसाइड कर लिया था। डॉ बाला गांधी मेडिकल कालेज भोपाल में पीजी के गायनिक विभाग के अंतिम वर्ष की छात्रा थी। बाला के सुसाइड के बाद जूनियर डाक्टर्स ने हड़ताल कर दी थी। जिसके बाद डॉ अरुणा कुमार को गांधी मेडिकल कॉलेज से हटाकर स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ किया गया था। डॉ बाला सरस्वती ने डॉ अरुणा कुमार पर गंभीर आरोप लगाए थे उनकी मौत के बाद उनके परिजनों ने तमाम सबूत भी पुलिस को सौंपे थे। इस मामलें में गायनिक विभाग के अन्य चार और प्रोफेसर के नाम भी सामने आए थे।