Despite allegations of corruption on the manager of Service Cooperative Society, the charge of three centers was assigned
The district administration is kind to the scam manager: रायसेन। जिले में जिसने जितना ज्यादा भ्रष्टाचार किया घोटाले किये उसकी पूछ परख ज्यादा है। जिले के बरेली के पास चैनपुर में सेवा सहकारी संस्था के प्रबंधक वीरेंद्र राजपूत पर लगे भ्रष्टाचार और घोटाले के आरोप में जांच चल रही है। बावजूद इसके उपार्जन के लिए इन प्रबंधक महोदय को तीन-तीन केंद्र दे दिए। सवाल यह उठता है जब इनकी जांच चल रही है और करोड़ो के घोटाले के आरोप ग्रामीण लगा चुके हैं। ऐसे में किसानों से गेंहू चना तुलवा कर कही रफूचक्कर हो गए तो इन किसानों को कौन फसल का भुगतान करेगा।
चैनपुर सोसायटी में साल 2011 -12 से लेकर साल 2019 -20 के बीच में किसानों को बगैर लोन दिए उनके खातों में लौन चढ़ा दिया, जिसकी शिकायत पर चैनपुर आकर दो सदस्यीय टीम ने किसानों के बयान लिए थे। यह मामला सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया के संज्ञान में भी लाया गया था। इसके बाद भी आज तक जांच पूरी क्यो नहीं हो पाई..? बता दे कि इस सोसायटी के ऊपर मूंग,चना,गेंहू खरीदी में किसानों से पैसे लेकर तुलाई करवाई जाती है।
सहकारिता विभाग के तत्कालीन उपायुक्त की मिलीभगत से इस सोसायटी के प्रबंधक का भला होता रहा है। लेनदेन कर यह प्रबंधक वीरेंद्र सिंह अपने लिए उपार्जन केंद्र ले लेता है । बीते ढाई तीन साल से सिर्फ जांच ही चल रही है। हालांकि रायसेन कलेक्टर से जब इस मामले में बात की तो उनका स्पष्ट कहना है कि ऐसे किसी घपलेबाजों को काम नहीं दिया जाएगा। IBC24 से संतोष मालवीय की रिपोर्ट
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