Villagers carried a pregnant woman on a cot to the hospital in Sehore
सीहोर। जिले के ग्रामीण क्षेत्र से सरकार के विकास के दावों की पोल खोलती एवं मानवता को शर्मसार करती एक तस्वीर सामने आई है, जहां एक प्रसूता महिला को डिलीवरी के लिए गांव में पक्का रास्ता नहीं होने के कारण खटिया पर लाद कर ले जाया जा रहा है। इसके पीछे की वजह ये है कि इस गांव में कोई पक्का रास्ता नहीं है। बारिश में 2 किलोमीटर के कच्चे रास्ते में कीचड़ ही कीचड़ हो चुका है, जिससे ग्रामीणों को कई तरीके की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले व पूर्व राजस्व मंत्री, 7 बार के बीजेपी विधायक करण सिंह वर्मा की इछावर विधानसभा क्षेत्र से> गांव में सड़क नहीं होने से प्रसूता को लेने एंबुलेंस घर तक नहीं आ सकी तस्वीर देखकर कहा जा सकता है कि 21वीं सदी में दुनिया ने बहुत विकास किया परंतु मध्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र आज भी विकास से कोसों दूर हैं। सीहोर के इछावर क्षेत्र की ग्राम पंचायत मोया पानी का सुआ खेड़ा गांव जिसकी आबादी लगभग 500 लोगों की है। सुआं खेड़ा गांव कि लगभग 2 किलोमीटर रोड इतनी जर्जर और खराब है कि बारिश में इसमें चलना दूभर हो जाता है। बारिश के दिनों में इसमें कोई भी चार पहिया वाहन नहीं पहुंच पाता है।
इस गांव का एक मानवता को शर्मसार करता वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें 22 जुलाई को आशा नाम की एक महिला की डिलीवरी होनी थी रास्ता खराब होने से एंबुलेंस गांव में नहीं पहुंच पाई और मजबूरन उक्त प्रसिता महिला को ग्रामीणों ने 2 किलोमीटर खटिया पर लाद कर पक्के रोड तक पहुंचाया। इसका एक वीडियो भी सामने आया है जो कि सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि यह समस्या लगभग 15से 20 सालों से बनी हुई है। हर वर्ष बारिश में यह काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिससे कई बीमार लोगों की मौत भी हो चुकी है। IBC24 से कवि छोकर की रिपोर्ट
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