रिपोर्ट- दीपक शर्मा, भोपाल: Sheikh Zafar Qureshi Accepted Hindutva शेख बना सनातनी तो एमपी में क्यों हैं तनातनी। असल में एक शेख साहब 24 घंटे पहले सनातनी बन गए तो इस बात को लेकर मध्य प्रदेश में सियासत शुरू हो गई। जबकि हमारा संविधान इस बात की अनुमति देता है कि कोई किसी भी धर्म को स्वेच्छा से अपना सकता है। इस बात को लेकर एमपी में इतनी तनातनी क्यों है?
Sheikh Zafar Qureshi Accepted Hindutva मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के शेख जफर कुरैशी इस वक्त चौतरफा चर्चा में हैं। वजह है इन्होंनें शुक्रवार को पशुपतिनाथ मंदिर में पूरे रीत-रिवाज से सनातन धर्म अपना लिया है। शेख जफर को मुंबई के महामंडलेश्वर स्वामी चितंबरानंद सरस्वती ने दीक्षा देकर चेतन्य सिंह राजपूत के तौर पर हिंदू नाम भी दिया। शेख जफर जो अब चेतन्य राजपूत बन चुके हैं कहते हैं, वो काफी खुश हैं।
ऐसा कम ही होता है जैसा शेख जफर ने किया। क्या मुस्लिम धर्म गुरु इसका विरोध ना करेंगे? जवाब में चेतन्य कहते हैं मैंने तलवार की नोंक पर नहीं पूरे होश-हवास में, सोच-विचार कर धर्म बदला है। शेख जफर उर्फ चैतन्य कहते हैं की वो मुस्लिम होते हुए भी नमाज पढ़ने कभी मस्जिद नहीं गए ना ही उन्हें तौर तरीके पता हैं।
शेख जफर शेख अब भले ही चैतन्य सिंह बन गए हों लेकिन महाकाल की भक्ति बचपन से ही उनके रोम-रोम में थी। दरअसल, शेख जफर की शादी हिंदू युवती शारदा जाधव से हुई, जो मराठा समाज से आती हैं। सो घर में मंदिर और पूजा-पाठ पहले से होता रहा और अब वो पूरी तरह से सनातनी हिंदू बन चुके हैं।
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