रतलामः Ratlam News: 21वीं सदी के इस युग में दुनिया चांद और अंतरिक्ष पर घर बनाने की तैयारी कर रही है तो दूसरी ओर भारत के अंदरुनी गांवों में अंधविश्वास अभी भी हावी है। इस अंधविश्वास के चलते कई लोग तो हत्या जैसी वारदात को भी अंजाम दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के रतलाम जिले से सामने आया है। यहां भीमपुरा गांव में 48 वर्षीय महिला को डायन मानकर उसके ही परिवार के लोगों ने हत्या कर दी। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
रतलाम एसपी अमित कुमार ने बताया कि पूरा मामला रतलाम के रावटी थाने के भीमपुरा गांव का है। यहां रहने वाली 48 वर्षीय नानीबाई भूरिया की दो दिन पहले ही घर के सामने लाश मिली थी। छत पर सो रही अधेड़ कि आरोपियों ने धार-धार हथियार से हत्या कर उसकी शव को छत से नीचे फेंक दिया था। मृतिका अपने पोता-पोती के साथ छत पर सो रही थी। हत्याकांड के बाद पुलिस के फोरेंसिक एक्सपर्ट और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना की बारीकी से जांच शुरू की । ग्रामीणों से पूछताछ की और मृतिका के परिवार में जानकारी जुटाई तो सारे हत्याकांड के तार जुड़ते चले गए।
दरअसल मृतिका नानीबाई ऊर्फ नर्मदाबाई की जेठानी धन्नाबाई भूरिया के परिवार में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था। उसके पति की मौत हो चुकी थी, जबकि उसकी बहू और उसके घर के अन्य दो सदस्यों की भी अकाल मौत हो गई थी। इन सभी मौते के लिए धन्नाबाई अपनी देवरानी नर्मदाबाई को जिम्मेदार मान रही थी। आरोपी मृतिका को डायन मानते थे और उन्हें आशंका थी नर्मदाबाई उनके परिवार पर तंत्र-मंत्र करती है। इसके पहले भी आरोपी मृतिका को धमकी दे चुके थे।
Ratlam News: अपने परिवार में सब कुछ बिगड़ता देख धन्नाबाई ने अपने दो बेटे शंकर और बापू के साथ मिलकर नर्मदाबाई की हत्या की साजिश रची । मौका देखकर मृतिका के दोनों भतीजो ने धार- धार हथियार से उसकी हत्या कर शव को छत से नीचे फेंक दिया। पुलिस इसे अंधविश्वास का मामला मानकर ग्रामीणों को जागरूक करने की भी बात कर रही है। बहरहाल इस घटना ने बता दिया है कि आज भी आदिवासी अंचलों में किस तरह से अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र जैसी कुरीतियां बरकरार है, जिसमें फंसकर इंसान किसी की भी जान लेने में भी पीछे नहीं है।