Reported By: Prakash Kumar Nag
,CG Crime News. Image Source- IBC24
केशकालः CG Crime News: कोंडागांव जिले के फरसगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सिरपुर में महिला भगवती सेठिया और उसके तीन साल के बेटे की रहस्यमयी गुमशुदगी के मामले में पुलिस ने बड़ा और सनसनीखेज खुलासा किया है। जांच में सामने आया कि महिला गुम नहीं हुई थी, बल्कि उसकी सुनियोजित तरीके से हत्या की गई थी। इस जघन्य वारदात का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि मृतिका का पति रोहित सेठिया ही निकला। पूरी घटना का तरीका फिल्म दृश्यम की तर्ज पर अपनाया गया, ताकि शव बरामद न हो सके। हालांकि 28 दिनों बाद ओडिशा के नवरंगपुर जिले के कुसुमगुड़ा थाना क्षेत्र में इंद्रावती नदी से महिला का शव बरामद कर उसकी शिनाख्त की गई। वहीं अब तक तीन साल के मासूम बच्चे का शव नहीं मिल पाया है।
मिली जानकारी के अनुसार 22 नवंबर को भगवती सेठिया अपने बेटे वात्सल्य के साथ अचानक लापता हो गई थी। परिजनों ने संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन मोबाइल फोन बंद मिला। काफी तलाश के बाद भी जब कोई सुराग नहीं मिला तो 6 दिसंबर को मृतिका के भाई आमदेव महावीर ने फरसगांव थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
CG Crime News: मामले की गंभीरता को देखते हुए कोंडागांव एसपी पंकज चंद्रा ने तत्काल तीन अलग-अलग टीमें गठित कीं। एडिशनल एसपी कौशलेंद्र देव पटेल और एसडीओपी अभिनव उपाध्याय स्वयं जांच की मॉनिटरिंग कर रहे थे। साइबर सेल और फरसगांव पुलिस ने संयुक्त रूप से तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि आरोपी रोहित सेठिया का पिछले छह वर्षों से बसंती प्रधान नामक युवती के साथ प्रेम संबंध था। वह उसी से शादी करना चाहता था। आरोप है कि प्रेमिका के दबाव में रोहित ने पत्नी और बच्चे को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और करीब चार महीने से इसकी तैयारी कर रहा था।
बुधवार को फरसगांव एसडीओपी अभिनव उपाध्याय ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे घटनाक्रम का खुलासा करते हुए बताया कि 22 नवंबर को रोहित ने पत्नी और बच्चे को विशाखापट्टनम घुमाने के बहाने घर से निकाला। उसके साथ उसके दोस्त मिथलेश और नरेश भी थे। ओडिशा पहुंचने के बाद सुनसान स्थान देखकर महिला की हत्या कर शव को पत्थरों से बांधकर इंद्रावती नदी में फेंक दिया गया। बाद में बच्चे की भी हत्या कर उसका शव तालाब में फेंक दिया गया। घटना के कुछ दिन बाद ही रोहित पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। लोकेशन बदल-बदलकर वह अलग-अलग राज्यों में छिपता रहा। पुलिस ने पहले 13 दिसंबर को मिथलेश को गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर नरेश और मुख्य आरोपी रोहित को भी पकड़ लिया गया। 23 दिसंबर को महिला के शव की शिनाख्त हुई।
पुलिस ने मुख्य आरोपी रोहित सेठिया, उसके दोस्त मिथलेश मरकाम और नरेश पांडे के साथ-साथ रोहित के पिता रामचंद सेठिया, मां उर्मिला सेठिया, मामा प्रभु पांडे और प्रेमिका बसंती प्रधान समेत कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस के अनुसार विवेचना अभी जारी है और आगे और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। इधर मृतिका के परिजनों और कलार समाज के पदाधिकारियों ने घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने सभी आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग करते हुए शासन-प्रशासन से आरोपियों के घरों पर बुलडोजर कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह के अपराधों पर रोक लग सके।