जगदगुरु स्वामी रामनरेशाचार्य श्रीधाम एक्सप्रेस से भोपाल से जबलपुर आते समय लापता हो गए।
आखिरी बार CCTV में पिपरिया स्टेशन पर दिखाई दिए, जीआरपी थाने में शिकायत दर्ज।
स्वामी जी रामानन्दी संप्रदाय के प्रमुख पीठाधीश्वर और रामालय ट्रस्ट के संयोजक रह चुके हैं।
जबलपुर: Swami Ramnareshacharya Missing मध्यप्रदेश के जबलपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। खबर यह है कि जगदगुरु रामानन्दाचार्य स्वामी रामनरेशाचार्य अचानक लापता हो गए हैं। बताया जा रहा है कि रामानंद संप्रदाय के प्रधान आचार्य स्वामी रामनरेशाचार्य जी महाराज श्रीधाम एक्सप्रेस ट्रेन से भोपाल से जबलपुर आ रहे थे। इसी दौरान अचानक लापता हो गए। जिसके बाद हड़कंप मच गया।
Swami Ramnareshacharya Missing मिली जानकारी के अनुसार, प्रधान आचार्य स्वामी रामनरेशाचार्य जी महाराज आज श्रीधाम एक्सप्रेस ट्रेन से भोपाल से जबलपुर आ रहे थे। उनके पूरी ट्रेन यात्रा के दौरान उन्हें पुलिस सुरक्षा प्राप्त थी। जिसके बाद भी वो अचानक गायब हो गए। जिसके बाद देखते ही देखते हड़कंप मच गया।
सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, स्वामी रामनरेशाचार्य आखिरी बार पिपरिया स्टेशन पर देखे गए थे। इसके बाद वो कहां गए, इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। उनके साथ मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत जीआरपी थाने में उनकी लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई। स्टाफ की सूचना के आधार पर पड़ताल की जा रही है। रेलवे स्टेशन में लगे सीसीटीवी कैमरे की मदद ली जा रही है।
स्वामी रामनरेशाचार्य रामानन्दी वैष्णव संप्रदाय के मूलपीठ श्रीमठ के पीठाधीश्वर हैं। इसके अलावा वे रामालय ट्रस्ट के संयोजक भी रह चुके हैं और रामजन्मभूमि मुक्ति आंदोलन के समय उन्होंने पूरे भारत की यात्रा की थी। देशभर में उनके लाखों अनुयायी हैं और उनकी अचानक गायब हो जाने की खबर से उनके भक्तों में चिंता का माहौल है।
"स्वामी रामनरेशाचार्य लापता" होने की घटना श्रीधाम एक्सप्रेस ट्रेन में भोपाल से जबलपुर यात्रा के दौरान हुई। वे आखिरी बार पिपरिया स्टेशन पर दिखाई दिए थे।
क्या स्वामी रामनरेशाचार्य के साथ पुलिस सुरक्षा थी?
जी हां, यात्रा के दौरान उन्हें पुलिस सुरक्षा प्राप्त थी, फिर भी वो अचानक लापता हो गए। "स्वामी रामनरेशाचार्य पुलिस सुरक्षा में लापता" एक बड़ा सवाल बन गया है।
स्वामी रामनरेशाचार्य कौन हैं और उनका धार्मिक योगदान क्या है?
"स्वामी रामनरेशाचार्य परिचय" के अनुसार, वे रामानन्दी वैष्णवों के मूलपीठ श्रीमठ के पीठाधीश्वर हैं, रामालय ट्रस्ट के संयोजक रह चुके हैं और रामजन्मभूमि आंदोलन में सक्रिय रहे हैं।