IAS Santosh Verma controversial statement
भोपाल: IAS Santosh Verma controversial statement, आज़ाक्स के अध्यक्ष और कृषि विभाग में उपसचिव संतोष वर्मा के बयान के बाद पूरे प्रदेश में ब्राहम्णों का आक्रोश भड़क गया है। अजाक्स प्रांताध्यक्ष IAS संतोष वर्मा के बयान से संपूर्ण मध्य प्रदेश का ब्राह्मण समाज आहत है। इस बयान से दतिया के ब्राह्मण समाज में खासा रोष देखा जा रहा है। प्रदेश के कई शहरों में आज ब्राह्मण और उन्हे समर्थन देने वाले संगठनों ने थाने में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है।
मध्य प्रदेश कैडर से आईएएस संतोष वर्मा के द्वारा मंच से दिए गए एक बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में ब्राह्मण समाज की बहू बेटियों को लेकर कहीं गई बात के विरोध में ग्वालियर में रक्षा मोर्चा द्वारा मुरार थाने में आवेदन दिया गया है। इस प्रदर्शन में शामिल सभी लोगों का कहना था कि अगर जल्दी ही संतोष शर्मा पर कार्रवाई नहीं होती है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
उनके इस बयान को लेकर रक्षा मोर्चा से अनिल मिश्रा ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर मुरार थाने का घेराव किया और मुरार सीएसपी अतुल सोनी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने संतोष वर्मा के खिलाफ तत्काल प्रभाव से मामला दर्ज करने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्दी ही मामला दर्ज नहीं किया गया तो आंदोलन उग्र रूप ले लेगा।
इस दौरान अनिल मिश्रा में कहा कि एक रिटायर्ड आईएएस है वर्मा नाम का उसके द्वारा मंच से गलत भाषा का प्रयोग कर बयान दिए गए हैं, यदि उसे पर मामला दर्ज नहीं किया जाता है, तो ग्वालियर के सामान्य समाज द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।
वहीं सीएसपी अतुल सोनी ने बताया कि ज्ञापन देने के लिए ब्राह्मण समाज के कुछ पदाधिकारी आए थे। जिसमें बताया गया है कि एक आज़ाक्स संगठन के पदाधिकारी द्वारा मंच से कुछ अमर्यादित शब्द बोले गए हैं। उस वीडियो को हमने जांच में लिया है उनके आवेदन को जांच में लिया है। जांच के पश्चात जो भी वैधानिक कार्यवाही होगी वह की जाएगी।
IAS Santosh Verma controversial statement संतोष बर्मा के बयान से आहत सैकड़ों की संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग पुलिस अधीक्षक दतिया कार्यालय पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। ब्राह्मण समाज ने संतोष वर्मा के विरुद्ध तत्काल एफआईआर दर्ज करने की मांग की और 3 दिन का अल्टीमेटम देते हुए कड़ा विरोध जताया।
ब्राह्मण समाज का कहना है यदि 3 दिन में संतोष वर्मा पर एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है, तो ब्राह्मण समाज के लोग सड़कों पर उतरेंगे, चक्का जाम सहित तमाम प्रकार के आंदोलन करेंगे। एक जिम्मेदार पद पर रहने वाले व्यक्ति का इस प्रकार का बयान पूर्णतः अशोभनीय है। उक्त बयान कहीं ना कहीं जातिगत दंगे भड़काने की कोशिश है।
शाजापुर में सर्व ब्राह्मण समाज ने स्थानीय बस स्टैंड पर अजाक्स प्रदेश अध्यक्ष IAS संतोष वर्मा के द्वारा ब्राह्मण समुदाय पर दिए बयान (IAS Santosh Verma controversial statement) को समाजिक विवादित बयान बताया। साथ ही कहा कि उनके बयान से सामाजिक द्वेष एवं ब्राह्मण समुदाय की महिलाओं का अपमान हुआ है। स्थानीय बस स्टैंड पर उन्होंने नारेबाजी करते हुए IAS संतोष वर्मा का पुतला जलाया है। एक ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंप कर मांग की है कि ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई कर एफआईआर दर्ज की जाए। अजाक्स प्रदेश अध्यक्ष को अपने समुदाय का विकास, उत्थान करने का अधिकार है लेकिन किसी भी समुदाय, जाति की भावनाओं को आहत करने का अधिकार नहीं है।
दरअसल, भोपाल के डॉ अंबेडकर मैदान में आज़ाक्स की एक बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक को संबोधित कर रहे आज़ाक्स के अध्यक्ष और कृषि विभाग में उपसचिव संतोष वर्मा ने कहा कि जब तक कोई ब्राह्मण मेरे बेटे के लिए अपनी बेटी न दे दे अर्थात संबंध न बना ले। तब तक आरक्षण की मांग जारी रहेगी। समाज में पिछड़ेपन को खत्म करना है तो जब तक ये रोटी बेटी के रिश्ते तक ना आ जाए तब तक ये संघर्ष जारी रहेगा।