CM Shivraj Singh Chauhan
Shivraj Singh Diwali : भोपाल – पूरे देश में दिवाली का त्योहार हर्ष उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। जानकारी के लिए बता दूं कि भारत ही नहीं अन्य कुछ देशों में भी दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। सभी लोग अपने परिवार के साथ दिवाली का त्योहार मनाते है। वहीं मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि वह किसके साथ दिवाली मनाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा है कि वे कल चौदस के दिन 23 अक्टूबर को उन बेटे बेटियों, भांजे भांजियों के साथ मनाएंगे जो अपने माता पिता को कोविड में खो चुके हैं। कार्यक्रम सीएम आवास पर होगा। शिवराज ने कहा कि ऐसे बच्चों के साथ खुशियां बांटना मुझे भी ख़ुशी देगा।>>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
#COVID19 के कारण अपने माता-पिता को खो चुके बच्चे अब मेरे बच्चे हैं। मेरे परिवार का अभिन्न अंग हैं।
ऐसे बच्चों के साथ #दीपावली का यह पावन पर्व मैं निवास पर मनाऊंगा, जिसमें भोपाल सहित आसपास के सभी बच्चे सम्मिलित होंगे। मेरे बच्चों, मेरे होते हुए आप स्वयं को कभी भी अकेला मत समझना। pic.twitter.com/dyFSFpSaDS
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 22, 2022
Shivraj Singh Diwali : मुख्यमंत्री ने गोवर्धन पूजा का महत्व बताते हुए कहा कि गोवर्धन पूजा सही अर्थों में पर्यावरण की पूजा है, प्रकृति की पूजा है और इसका प्रारंभ भगवान श्री कृष्ण ने किया था। बृजवासियों से उन्होंने कहा था कि गोवर्धन पर्वत जो गऊओं को घास देता है, जिसके पेड़ों में लगे हुए फल का भी उपयोग किया जाता है और जिसके जंगल लोगों को जीवन देते हैं। इसलिए अगर पूजा करना है, तो गोवर्धन पूजा करो और वही परंपरा आज तक भारत में जारी है। गोवर्धन पूजा का अर्थ पर्यावरण की रक्षा और आज वह बहुत प्रासंगिक हो गई है।
गोवर्धन पूजा सही अर्थों में पर्यावरण की पूजा है, प्रकृति की पूजा है और इसका प्रारंभ किया भगवान श्री कृष्ण ने।
बृजवासियों से उन्होंने कहा था की गोवर्धन पर्वत जो गऊओं को घास देता है, जिसके पेडों में लगे हुए फल का भी उपयोग किया जाता है और जिसके जंगल लोगों को जीवन देते हैं… pic.twitter.com/dGz1PMiucT
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 22, 2022
Shivraj Singh Diwali : सीएम ने कहा कि इसलिए गोवर्धन पूजा का पर्व हम सार्वजनिक रूप से मनाएंगे और पर्यावरणविदों, पर्यावरण प्रेमियों के साथ मनायेंगे, क्योंकि प्रकृति पूजा ही धरती को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित छोड़ सकती है, इसलिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।