ग्वालियर: मध्यप्रदेश में इन दिनों गौशालाओं की हालत बद से बदतर होती जा रही है। हालत ये है कि प्रदेश की 627 गौशालाओं को बीते 11 माह से कोई भी अनुदान की राशि नहीं मिली है। इसे लेकर कांग्रेस ने सरकार की घेराबंदी की है। वहीं बीजेपी नेता दावा कर रहे है कि गौशालाओं को जल्द ही अनुदान राशि रिलीज की जाएगी।
Read More: किसका जोर…कौन कमजोर! 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल होगा उपचुनाव?
मध्यप्रदेश में 627 गौशालाएं रजिस्टर्ड है, जहां 1 लाख 66 हजार 804 गौवंश है। कांग्रेस शासनकाल में इन गौशलाओं में प्रति गाय 20 रुपए के हिसाब से अनुदान पहुंच रहा था। कांग्रेस का आरोप है कि कांग्रेस की सरकार जाते ही बीजेपी सरकार ने गौवंश के भूसे और चारे की राशि में कटौती कर दी। साथ ही पिछले 11 महीनों से अनुदान राशि नहीं दी।
अनुदान राशि नहीं मिलने से गौशालाओं में गायों को चारा और भूसा भी ठीक से नहीं मिल पा रहा है। हालांकि समाजसेवियों के दान से कुछ राहत जरूर है, लेकिन ये दान बंद हो गया। तो कई गौशालाओं पर ताला लटक सकता है। हालांकि बीजेपी सांसद दावा कर रहे है कि गौशालाओं को जल्द अनुदान राशि रिलीज की जाएगी।
Read More: धर्मांतरण..कितने गुनहगार? धर्मांतरण की लड़ाई..सड़क पर आई
हाल ही में सरकार ने अखिलेश्वरानंद महाराज को गौ-संवर्धन बोर्ड का अध्यक्ष बनाया है। उन्होंने अब तक गौसंवर्धन बोर्ड का गठन नहीं किया है। इसके कारण गायों के लिए बोर्ड में आवाज उठाने वाला कोई नहीं है।
Read More: स्कूल में हुआ कोरोना ब्लास्ट, एक दिन में मिले 60 छात्र संक्रमित