पोस्टमॉर्टम से पहले अचानक मुर्दे की चलने लगी सांसें, मातम बदली खुशी में.. डॉक्टरों के उड़े होश

घायल महिला को इलाज के लिए  अस्पताल जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था, The mortuary sent the alive woman for post-mortem in Gwalior case

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  • Publish Date - February 26, 2022 / 10:45 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:01 PM IST

ग्वालियर। शहर के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य में एक अजीब वाक्या हुआ है। ये जानकर आपको भी अश्चर्य होगा ​कि आखिर कैसे मुर्दा जिंदा हो गया, लेकिन जयारोग्य अस्पताल में अजब वाक्या हुआ है। जिसकी अब चर्चा हो रही है।

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दरअसल यह मामला शुक्रवार शाम 4:30 बजे का है। बताया जा रहा है कि 31 वर्षीय जामवती का एक्सीडेंट हुआ था। घायल महिला को इलाज के लिए  अस्पताल जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला के पति निरपत सिंह राजपूत ने बताया कि बीती रात उन्होंने जेएएच के ट्रॉमा सेंटर पर जामवती को भर्ती कराया लेकिन शुक्रवार शाम को ईसीजी किए बिना ही मरीज को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

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इसके बाद डॉक्टरों ने परिजनों से कहा कि आप शव काे पोस्टमॉर्टम हाउस ले जाइए। शव काे जेएएच परिसर में बने पोस्टमॉर्टम हाउस लेकर गए। इस बीच पति ने महिला के शरीर में कुछ हलचल देखा। सीने पर हाथ रखकर देखा तो धड़कन चल रही थी। फिर नाक के सामने हाथ लगाया तो सांसें चलने का अहसास हुआ। उन्होंने यह बात बाहर खड़े परिजन काे बताई ताे वे मरीज काे स्ट्रेचर पर रखकर वापस ट्रॉमा सेंटर लाए।

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जिसके बाद डॉक्टरों ने मरीज को भर्ती कर इलाज शुरू किया। परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया है। बता दें कि अस्पताल में यह पहली ऐसी घटना हो चुकी हैं। बावजूद लापरवाह लोग नहीं सुधरे है।

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