Ujjain Mahakal Temple Protocol: VIP तोड़ रहे महाकाल मंदिर के सारे नियम! कारोबारी ने पत्नी के साथ 10 मिनट तक गर्भगृह में किया पूजन, अलग-अलग जवाब से मचा हड़कंप

VIP तोड़ रहे महाकाल मंदिर के सारे नियम...Ujjain Mahakal Temple Protocol: VIPs are breaking all the rules of Mahakal temple! Businessman

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  • Publish Date - March 12, 2025 / 08:39 AM IST,
    Updated On - March 12, 2025 / 08:40 AM IST
Ujjain Mahakal Temple Protocol | Image Source | IBC24

Ujjain Mahakal Temple Protocol | Image Source | IBC24

HIGHLIGHTS
  • VIP तोड़ रहे महाकाल मंदिर के सारे नियम!
  • कारोबारी ने पत्नी के साथ 10 मिनट तक गर्भगृह में किया पूजन,
  • कलेक्टर-प्रशासक के अलग-अलग जवाब से मचा हड़कंप,

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उज्जैन: Ujjain Mahakal Temple Protocol: उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में एक बार फिर गर्भगृह में प्रवेश के नियम तोड़े जाने का मामला सामने आया है। इस बार अरबपति व्यवसायी कल्याणी समूह के प्रमुख बाबा साहेब नीलकंठ कल्याणी और उनकी पत्नी ने बिना अनुमति के गर्भगृह में प्रवेश कर करीब 10 मिनट तक पूजन-अर्चन किया।

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क्या हैं पूरा मामला

Ujjain Mahakal Temple Protocol: यह घटना सोमवार दोपहर की है, जब बाबा साहेब नीलकंठ कल्याणी और उनकी पत्नी महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे। उनके साथ स्वामी उत्तम महाराज और अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज भी मौजूद थे। इसी दौरान दर्शन के क्रम में दोनों पति-पत्नी ने गर्भगृह में प्रवेश कर लिया। महाकाल मंदिर प्रशासन के अनुसार, गर्भगृह में प्रवेश के लिए करीब डेढ़ वर्ष से सख्त प्रतिबंध है। केवल पुजारी, मुख्यमंत्री, राज्यपाल या विशिष्ट अतिथियों को ही अनुमति लेकर गर्भगृह में प्रवेश की इजाजत दी जाती है। आम श्रद्धालुओं को शिवलिंग से 50 फीट दूर से ही दर्शन करना होता है।

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प्रशासन पर दोहरे मापदंड अपनाने के आरोप

Ujjain Mahakal Temple Protocol: मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए महाकाल मंदिर के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि बाबा साहेब नीलकंठ कल्याणी और उनकी पत्नी को अनुमति के तहत गर्भगृह में प्रवेश कराया गया था। वहीं मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा कि नाम की गफलत के कारण यह गलती हुई। चूंकि उनका पूरा नाम ‘बाबा कल्याणी’ है, मंदिर के कर्मचारियों ने उन्हें साधु-संत समझकर गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दे दी। इस घटना को लेकर प्रशासन पर दोहरे मापदंड अपनाने के आरोप भी लगे हैं। इससे पहले एक आम युवक द्वारा गलती से गर्भगृह में प्रवेश करने पर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। मगर कल्याणी समूह के प्रमुख के मामले को दबाने के प्रयास किए गए।

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गर्भगृह बंद होने का कारण

Ujjain Mahakal Temple Protocol: 4 जुलाई 2023 को सावन महीने में बढ़ती भीड़ को देखते हुए गर्भगृह को बंद कर दिया गया था। इसे 11 सितंबर 2023 तक खोलने की बात कही गई थी, लेकिन अब तक इसे आम श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा गया है। महाकाल लोक बनने के बाद मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या 20-30 हजार से बढ़कर 1.5 से 2 लाख प्रतिदिन तक पहुंच गई है, जिससे इतनी बड़ी संख्या में भक्तों का गर्भगृह में प्रवेश सुरक्षित रूप से संभव नहीं हो पा रहा है।

"महाकाल मंदिर गर्भगृह में प्रवेश" के लिए कौन-कौन पात्र होते हैं?

गर्भगृह में केवल पुजारी, मुख्यमंत्री, राज्यपाल और विशिष्ट अतिथियों को अनुमति के बाद प्रवेश की अनुमति दी जाती है।

"गर्भगृह में प्रवेश नियम" कब से लागू हैं?

यह प्रतिबंध 4 जुलाई 2023 को सावन के दौरान बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए लागू किया गया था।

"बिना अनुमति गर्भगृह में प्रवेश" करने पर क्या कार्रवाई होती है?

आम श्रद्धालु द्वारा बिना अनुमति गर्भगृह में प्रवेश करने पर FIR दर्ज की जाती है।

"महाकाल लोक" बनने के बाद मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या कितनी बढ़ी है?

महाकाल लोक बनने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या 20-30 हजार से बढ़कर प्रतिदिन 1.5 से 2 लाख तक पहुंच गई है।

"महाकाल मंदिर दर्शन नियम" का पालन कैसे किया जा सकता है?

श्रद्धालुओं को शिवलिंग से 50 फीट की दूरी से ही दर्शन करने का पालन करना आवश्यक है।