Ujjain News: महाकाल की सवारी में देरी पर भड़के पुजारी, अगली सवारी में काली पट्टी बांध जताएंगे विरोध, सीएम से करेंगे मुलाकात

Ujjain News: महाकाल की सवारी में देरी पर भड़के पुजारी, अगली सवारी में काली पट्टी बांध जताएंगे विरोध, सीएम से करेंगे मुलाकात

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  • Publish Date - July 23, 2025 / 04:13 PM IST,
    Updated On - July 23, 2025 / 04:13 PM IST

Ujjain News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • "महाकाल की सवारी में देरी विवाद,
  • पुजारियों का फूटा गुस्सा,
  • काली पट्टी बांधकर जताएंगे विरोध,

उज्जैन: Ujjain News: श्रावण मास की पहली सवारी में हुई देरी को लेकर महाकाल मंदिर के पुजारी और कहार नाराज हैं। मंदिर समिति द्वारा देरी के लिए पुजारियों और कहारों को जिम्मेदार ठहराने पर विरोध तेज हो गया है। महाकाल मंदिर पुजारियान समिति ने चेतावनी दी है कि यदि अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो आगामी सवारी में पुजारी, पुरोहित और कहार काली पट्टी बांधकर शामिल होंगे।

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Ujjain News: महाकाल मंदिर पुजारियान समिति के महामंत्री महेश पुजारी ने इस संबंध में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उज्जैन कलेक्टर को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि सवारी में देरी प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा थी लेकिन उसका दोष पुजारियों और कहारों पर मढ़ा जा रहा है, जो पूरी तरह अनुचित और अपमानजनक है।

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अधिकारी और नेता बना रहे सवारी को प्रचार का माध्यम

Ujjain News: महेश पुजारी का कहना है कि बाबा महाकाल की सवारी देश-विदेश से आने वाले भक्तों की आस्था का केंद्र होती है। इसमें सुचारु व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन, पुलिस और मंदिर समिति की जिम्मेदारी है। इसके बावजूद देरी का ठीकरा उन पुजारियों और कहारों पर फोड़ा गया, जो सदियों से यह धार्मिक परंपरा निभाते आ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सवारी मार्ग पर अधिकारी, जनप्रतिनिधि और सवारी में शामिल अन्य लोग पालकी के आगे-आगे चलकर सेल्फी और फोटो खिंचवाते रहे, जिससे सवारी का समय बिगड़ गया। भजन मंडलियां, डीजे, रास मंडलियां और स्वांग रचने वाले लोगों की भीड़ के कारण पालकी के चलने में व्यवधान हुआ, लेकिन इसकी अनदेखी कर पुजारियों को निशाना बनाया जा रहा है।

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सीएम से करेंगे मुलाकात, मांगेंगे सम्मान की बहाली

Ujjain News: पुजारियान समिति ने स्पष्ट किया है कि जल्द ही पुजारी, पुरोहित और कहार मुख्यमंत्री से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे और उस अधिकारी से माफी की मांग करेंगे, जिसने तथ्यहीन बयान देकर उनकी प्रतिष्ठा को आघात पहुंचाया है। समिति ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें नहीं मानी गईं, तो अगली सवारी में सभी पुजारी, पुरोहित और कहार काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराएंगे।

"महाकाल सवारी में देरी" किस कारण हुई थी?

महाकाल सवारी में देरी का कारण पुजारियों और कहारों को बताया गया, लेकिन पुजारियान समिति का कहना है कि यह प्रशासनिक लापरवाही और सवारी मार्ग पर भीड़, सेल्फी, डीजे, रास मंडलियों आदि की वजह से हुई थी।

"महाकाल मंदिर के पुजारी" विरोध क्यों कर रहे हैं?

पुजारी इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि मंदिर समिति ने सवारी में हुई देरी के लिए उन्हें और कहारों को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि वे इस परंपरा को वर्षों से निभाते आ रहे हैं।

क्या "महाकाल मंदिर पुजारियान समिति" ने कोई चेतावनी दी है?

हाँ, समिति ने चेतावनी दी है कि अगर अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी तो आगामी सवारी में सभी पुजारी, पुरोहित और कहार काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे।

क्या "मुख्यमंत्री मोहन यादव" को इस मामले में कोई पत्र लिखा गया है?

हाँ, पुजारियान समिति के महामंत्री ने मुख्यमंत्री और कलेक्टर को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जताई है और मांग की है कि अपमानित पुजारियों की प्रतिष्ठा बहाल की जाए।

क्या "महाकाल सवारी" को प्रचार का माध्यम बनाया जा रहा है?

पुजारियों का आरोप है कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि सवारी में आगे-आगे चलकर फोटो और सेल्फी ले रहे थे, जिससे सवारी में बाधा उत्पन्न हुई और यह धार्मिक आयोजन प्रचार का माध्यम बन गया।