Ujjain News/Image Source: IBC24
उज्जैन: Ujjain News: श्रावण मास की पहली सवारी में हुई देरी को लेकर महाकाल मंदिर के पुजारी और कहार नाराज हैं। मंदिर समिति द्वारा देरी के लिए पुजारियों और कहारों को जिम्मेदार ठहराने पर विरोध तेज हो गया है। महाकाल मंदिर पुजारियान समिति ने चेतावनी दी है कि यदि अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो आगामी सवारी में पुजारी, पुरोहित और कहार काली पट्टी बांधकर शामिल होंगे।
Read More: मरने से पहले बोली “रेखा ने मारा है”, महिला और जेठ की संदिग्ध मौत से सनसनी, पुलिस जांच में जुटी
Ujjain News: महाकाल मंदिर पुजारियान समिति के महामंत्री महेश पुजारी ने इस संबंध में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उज्जैन कलेक्टर को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि सवारी में देरी प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा थी लेकिन उसका दोष पुजारियों और कहारों पर मढ़ा जा रहा है, जो पूरी तरह अनुचित और अपमानजनक है।
Ujjain News: महेश पुजारी का कहना है कि बाबा महाकाल की सवारी देश-विदेश से आने वाले भक्तों की आस्था का केंद्र होती है। इसमें सुचारु व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन, पुलिस और मंदिर समिति की जिम्मेदारी है। इसके बावजूद देरी का ठीकरा उन पुजारियों और कहारों पर फोड़ा गया, जो सदियों से यह धार्मिक परंपरा निभाते आ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सवारी मार्ग पर अधिकारी, जनप्रतिनिधि और सवारी में शामिल अन्य लोग पालकी के आगे-आगे चलकर सेल्फी और फोटो खिंचवाते रहे, जिससे सवारी का समय बिगड़ गया। भजन मंडलियां, डीजे, रास मंडलियां और स्वांग रचने वाले लोगों की भीड़ के कारण पालकी के चलने में व्यवधान हुआ, लेकिन इसकी अनदेखी कर पुजारियों को निशाना बनाया जा रहा है।
Read More: दिल का दौरा पड़ने से गिर पड़े युवक, फिर डॉक्टर ने किया चमत्कार! सब कुछ CCTV में कैद
Ujjain News: पुजारियान समिति ने स्पष्ट किया है कि जल्द ही पुजारी, पुरोहित और कहार मुख्यमंत्री से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे और उस अधिकारी से माफी की मांग करेंगे, जिसने तथ्यहीन बयान देकर उनकी प्रतिष्ठा को आघात पहुंचाया है। समिति ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें नहीं मानी गईं, तो अगली सवारी में सभी पुजारी, पुरोहित और कहार काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराएंगे।