श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के अग्रणी नेता रहे वेदांती का निधन, अयोध्या में होगा अंतिम संस्कार

श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के अग्रणी नेता रहे वेदांती का निधन, अयोध्या में होगा अंतिम संस्कार

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  • Publish Date - December 15, 2025 / 04:09 PM IST,
    Updated On - December 15, 2025 / 04:09 PM IST

रीवा/अयोध्या, 15 दिसंबर (भाषा) श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के अग्रणी नेता रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद राम विलास वेदांती का हृदयाघात के कारण सोमवार को मध्यप्रदेश के रीवा स्थित एक अस्पताल में निधन हो गया। अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि वेदांती लंबे समय से बीमार थे और सोमवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। वेदांती 67 वर्ष के थे।

वेदांती के शिष्य छोटे दास महाराज ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार अयोध्या में किया जाएगा। वेदांती के उत्तराधिकारी महंत राघवेश दास ने बताया कि पूर्व सांसद के पार्थिव शरीर को आज अयोध्या लाया जा रहा है।

रीवा स्थित श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के अधीक्षक अक्षय श्रीवास्तव ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा कि वेदांती को रविवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

उन्होंने कहा कि जब उन्हें भर्ती कराया गया तब वेदांती को रक्त विषाक्तता (सेप्टीसीमिया) का संक्रमण था और यह बहुत ज्यादा फैल चुका था।

श्रीवास्तव ने बताया कि उनका रक्तचाप बेहद कम हो गया था और किडनी ने भी काम करना बंद कर दिया था।

उन्होंने बताया कि रविवार रात उन्हें हृदयाघात आया और चिकित्सकों की टीम ने उपचार का हरसंभव प्रयास किया। इसके लिए वेंटिलेटर पर रखा गया।

चिकित्सा अधीक्षक ने कहा, ‘‘लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका। सोमवार सुबह उनका निधन हो गया।’’

श्रीराम जन्मभूमि न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष रहे वेदांती कथा वाचन के लिए 10 दिसंबर से रीवा जिले के भठवा (लालगांव) में थे।

चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि रविवार को हृदयाघात के बाद उन्हें एयर एंबुलेंस से भोपाल स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ले जाने का प्रयास किया गया था, लेकिन खराब दृश्यता के कारण यह संभव नहीं हो सका।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वेदांती के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख स्तंभ, पूर्व सांसद एवं अयोध्या धाम स्थित वशिष्ठ आश्रम के पूज्य संत डॉ. रामविलास वेदांती महाराज का गोलोकगमन आध्यात्मिक जगत और सनातन संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!’’

उन्होंने कहा, ‘‘उनका जाना एक युग का अवसान है। धर्म, समाज व राष्ट्र की सेवा को समर्पित उनका त्यागमय जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोक संतप्त शिष्यों एवं अनुयायियों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’’

राम विलास वेदांती का जन्म सात अक्टूबर 1958 को रीवा जिले के गुढ़वा (गुढ़) में हुआ था। वह श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन से लंबे समय तक जुड़े रहे और अयोध्या में रहकर आंदोलन का नेतृत्व किया। वह उत्तर प्रदेश के मछलीशहर (1996 से 1998 तक) और प्रतापगढ़ (1998 से 1999 तक) से लोकसभा सदस्य रहे।

महंत राघवेश दास ने बताया कि राम विलास वेदांती, हनुमानगढ़ी के महंत अभिराम दास के शिष्य थे। माना जाता है कि अभिराम दास ने ही 1949 में बाबरी मस्जिद में रामलला की मूर्ति स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई थी।

उन्होंने बताया कि वेदांती अयोध्या में हिंदू धाम नया घाट पर रहते थे और ‘वशिष्ठ भवन’ नाम से उनका एक आश्रम भी है।

भाषा सं ब्रजेन्द्र जफर

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