फटकार…फरमान…’फर्क’ पड़ेगा क्या…सीएम की फटकार और फरमान का वाकई नौकरशाहों पर फर्क पड़ेगा?

सीएम की फटकार और फरमान का वाकई नौकरशाहों पर फर्क पड़ेगा? Will CM's reprimand and decree really make a difference to the bureaucrats?

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  • Publish Date - January 20, 2022 / 10:31 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:37 PM IST

भोपाल: Will CM’s reprimand and decree नए साल में सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान का नया अवतार नजर आ रहा है। मैदानी दौरों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई हो या फिर कलेक्टर्स-कॉन्फ्रेंस में लापरवाह अफसरों को फटकार लगाना।जनता से जुड़े मामलों को लेकर सीएम इन दिनों एक्शन मोड में हैं, जिस अफसर या फिर कर्मचारी की शिकायत मिल रही है उस पर कार्रवाई तत्काल की जा रही है। अफसरों को सुशासन का पाठ पढ़ाते हुए मुख्यमंत्री जमीनी फीडबैक पर नजर रखने के लिए निर्देशित भी कर रहे हैं। हालांकि विपक्ष इसे कोरी कवायद ही बता रहा है। ऐसे में अहम सवाल ये है कि सीएम की फटकार और फरमान का वाकई नौकरशाहों पर फर्क पड़ेगा?

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Will CM’s reprimand and decree मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में एक बार फिर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की जमकर क्लास ली। मुख्यमंत्री की सबसे ज्यादा नाराजगी कानून व्यवस्था को लेकर रही। महिला अपराध की बात हो या फिर जहरीली शराब का मामला। सीएम ने अधिकारियो दो टूक लहजे में चेतावनी भी दी। नए साल में मुख्यमंत्री की ये पहली बड़ी प्रशासनिक समीक्षा थी, लिहाजा सरकार का विजन और आने वाले समय का रोडमैप इस समीक्षा बैठक में देखने को मिला। आगामी दिनों में सरकार की क्या प्राथमिकतायें रहने वाली है, सीएम ने अधिकारियों को ये भी बताया। सीएम ने संवाद के दौरान अधिकारियों को सुशासन का मतलब समझाते हुए साफ़-साफ कहा कि जनता के हित में ध्यान रखते हुए अधिकारी काम करे। मुख्यमंत्री के इस अंदाज को सरकार और बीजेपी की सराहना मिल रही है विपक्ष महज इसे एक कोरी कवायद करार दे रहा है।

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वैसे सीएम शिवराज केवल मंत्रालय में बैठकर ही प्रशासनिक कसावट पर जोर नहीं दे रहे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पहले सीएम शिवराज ओला प्रभावित जिलों का दौरा किया और खराब हो चुकी फसलों का जायजा लेकर अधिकारियों को जल्द से जल्द किसानों को मुआवजा देने के निर्देश दिए। वहीं सोमवार को भोपाल में हाड़कंपाने वाली सर्दी में रैन बसेरो का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर की। जाहिर है नए साल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अधिकारियों से लगातार जमीनी फीडबैक ले रहे हैं। एक तरफ मंत्रालय से अधिकारियों को निर्देश तो दूसरी तरफ मैदान में मौजूदगी। प्रशासनिक और सियासी गलियारों में इन दिनों सीएम का नायक वाला अवतार चर्चा का विषय बना हआ है।

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