‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनी तो करोड़ों लखपति बनेंगे, जातीय जनगणना और आर्थिक सर्वेक्षण होगा: राहुल

‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनी तो करोड़ों लखपति बनेंगे, जातीय जनगणना और आर्थिक सर्वेक्षण होगा: राहुल

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  • Publish Date - April 24, 2024 / 07:29 PM IST,
    Updated On - April 24, 2024 / 07:29 PM IST

अमरावती (महाराष्ट्र), 24 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 10 वर्ष के शासनकाल में 16 लाख करोड़ रुपये की कर्ज माफी के साथ केवल 22-25 लोग अरबपति बने, लेकिन यदि ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनती है तो यह (सरकार) करोड़ों लोगों को लखपति बनाएगी।

गांधी ने महाराष्ट्र के अमरावती जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया की कोई ताकत भारत के संविधान को नहीं बदल सकती।

उन्होंने कहा कि अगर ‘इंडिया’ गठबंधन सत्ता में आता है तो जातीय जनगणना एवं ‘आर्थिक सर्वेक्षण’ प्राथमिकता के साथ कराया जाएगा और किसानों का कर्ज भी माफ कर दिया जाएगा।

कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने केवल अपने 22 उद्योगपति मित्रों की मदद की और उनका 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘मोदी ने अपने 22 उद्योगपति मित्रों की मदद की, लेकिन आम आदमी के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने नोटबंदी लागू की और कृषि कानून तथा जीएसटी लाए। उन्होंने अपने 22 उद्योगपति मित्रों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया, लेकिन गरीबों, छात्रों और किसानों का कितना कर्ज माफ किया?’’

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के 10 वर्ष के शासनकाल में 22-25 लोग अरबपति बने, लेकिन यदि ‘इंडिया’ गठबंधन सरकार में आता है तो करोड़ों लोगों को लखपति बनाएगा।’’

विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र में किए गए विभिन्न वादों में ‘महालक्ष्मी योजना’ और प्रशिक्षुता के अधिकार को सूचीबद्ध किया है।

उन्होंने कहा कि ‘महालक्ष्मी योजना’ का उद्देश्य गरीब महिलाओं को हर साल एक लाख रुपये प्रदान करना है, वहीं प्रशिक्षुता का अधिकार प्रदान करने का उद्देश्य स्नातक और डिप्लोमा धारकों को प्रशिक्षु के रूप में एक साल की नौकरी पाने में सक्षम बनाना और उनके बैंक खातों में एक लाख रुपये डालना है।

उन्होंने कहा कि इन योजनाओं से देश का चेहरा बदल जाएगा और करोड़ों लोगों को लखपति बनाया जाएगा।

गांधी ने कहा कि एक साल की प्रशिक्षुता के समाप्त होने के बाद भारत में एक कुशल और प्रशिक्षित कार्यबल होगा।

वायनाड से सांसद गांधी ने दावा किया कि भाजपा संविधान बदलना चाहती है, क्योंकि वह नहीं चाहती कि देश की 90 प्रतिशत आबादी को उनकी वास्तविक क्षमता पता चले, जिनमें पिछड़े, आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक शामिल हैं।

संविधान को ‘गरीबों की आवाज’ बताते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘दुनिया की कोई भी ताकत संविधान को नहीं बदल सकती। हैरानी होती है कि भाजपा को ऐसा करने के बारे में सोचने का हौसला भी कहां से मिलता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘संविधान केवल एक किताब नहीं है, बल्कि गरीबों का हथियार है।’’

गांधी ने यह दावा भी किया कि 22 से 25 लोग संविधान को तबाह करने में मोदी की मदद कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनती है तो किसानों की कर्ज माफी पर फैसले के लिए एक आयोग बनाया जाएगा।

गांधी ने कहा, ‘‘देश में धन की कोई कमी नहीं है। अगर अमीरों का कर्ज माफ किया जाता है तो किसानों और गरीबों के लिए भी यही नियम लागू होना चाहिए। मैं केवल न्याय के लिए कह रहा हूं।’’

उन्होंने भाजपा को घेरते हुए आरोप लगाया कि देश के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि कोई राजनीतिक दल संविधान को समाप्त करने की कोशिश कर रहा है।

गांधी ने कहा, ‘‘विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ संविधान को बचाने के लिए काम कर रहा है जबकि मोदी, भाजपा और आरएसएस संविधान तथा लोकतंत्र को समाप्त करने के लिए काम कर रहे हैं।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह और नए संसद भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित नहीं किया।

गांधी ने कहा कि यदि कांग्रेस सरकार में आती है तो आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का वेतन दोगुना कर दिया जाएगा और सरकारी एवं सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरियों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा।

महाराष्ट्र की अमरावती और सात अन्य लोकसभा सीट के लिए मतदान 26 अप्रैल को होगा।

भाषा

वैभव सुरेश

सुरेश