मुंबई, 15 दिसंबर (भाषा) मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने ‘आईएनएस विक्रांत बचाओ’ अभियान के तहत जुटाए गए धन की कथित हेराफेरी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता किरीट सोमैया और उनके बेटे नील के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी और आपराधिक विश्वासघात के मामले को बंद कर दिया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मामले की जांच करने वाले ईओडब्ल्यू अधिकारियों ने बुधवार को एक स्थानीय अदालत के समक्ष क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की।
सोमैया और कुछ अन्य लोगों पर आरोप था कि उन्होंने सेवा से बाहर किए गए नौसैनिक विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत की मरम्मत के लिए 57 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि जुटाई थी। हालांकि, उक्त राशि को महाराष्ट्र के राज्यपाल के सचिव कार्यालय में जमा कराने के बजाय सोमैया ने कथित तौर पर उसकी हेराफेरी की थी।
अधिकारी ने कहा, “जांच में पुलिस को सोमैया और उनके बेटे के अपराधी होने के कोई संकेत नहीं मिले, जिसके बाद क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी गई।”
एक पूर्व सैन्यकर्मी की शिकायत के आधार पर सोमैया और उनके बेटे के खिलाफ ट्रॉम्बे थाने में इस साल अप्रैल में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। सैन्यकर्मी ने दावा किया था कि उसने अभियान के लिए वर्ष 2013 में 2,000 रुपये दान किए थे।
शिकायतकर्ता ने आईएनएस विक्रांत को बचाने के अभियान के तहत जुटाए गए धन में हेराफेरी का आरोप लगाया था।
भाषा पारुल राजकुमार
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