नागपुर, 11 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के सदस्यों ने बृहस्पतिवार को यह कहकर बहिर्गमन किया कि कपास एवं सोयाबीन की खरीद पर विपणन मंत्री जयकुमार रावल का जवाब संतोषजनक नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक संतोष दानवे ने प्रश्नकाल के दौरान फसल खरीद का मुद्दा उठाया।
पूर्व मंत्री और भाजपा सदस्य बबनराव लोणीकर तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक प्रकाश सोलंके सहित सत्तापक्ष के कई विधायकों ने सरकार द्वारा खोले केंद्रों के माध्यम से की जा रही खरीद की व्यवस्था पर संतोष प्रकट किया।
मंत्री रावल ने सदन को सूचित किया कि पिछले वर्ष की तुलना में सरकार ने खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ा दी है और खरीद मूल्य में भी वृद्धि की है।
हालांकि, विपक्षी सदस्यों ने आरोप लगाया कि कई केंद्र चालू नहीं हैं या संचालन संबंधी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं।
कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि सरकार ‘‘महज एक सेवा प्रदान कर रही है’’ और किसानों को वास्तविक लाभ पहुंचाने वाले कदम नहीं उठा रही है।
उन्होंने कहा कि कई केंद्रों पर व्यापारियों को फायदा हो रहा है, जबकि राज्य के कुछ हिस्सों में कपास और सोयाबीन न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे बेचे जा रहे हैं।
विपक्षी सदस्यों ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए अधिक समय की मांग की।
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर की ओर से कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर वडेट्टीवार ने सदन से बहिर्गमन करने की घोषणा की।
कांग्रेस विधायक नाना पटोले और रोहित पवार तथा सिद्धार्थ खरात समेत अन्य विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन के वेल में आए और सरकार पर किसानों को ‘‘धोखा’’ देने और ‘‘शोषण’’ करने के आरोप लगाते हुए सदन से बाहर चले गए।
भाषा राखी रंजन
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