मुंबई, 21 अगस्त (भाषा) मुंबई की एक अदालत ने मीठी नदी से गाद निकालने में हुए 65 करोड़ रुपये के कथित घोटाले के मामले में गिरफ्तार एक ठेकेदार को बृहस्पतिवार को 26 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
आरोपी ने दावा किया कि उसे व्यवस्था में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने और एक विशेष राजनीतिक दल का समर्थन करने के कारण निशाना बनाया जा रहा है।
पुलिस ने अदालत को बताया कि आरोपी शेरसिंह राठौड़ ने फर्जी समझौता ज्ञापन (एमओयू) तैयार किए और फर्जी बिलों के जरिये बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) से 29.62 करोड़ रूपये हासिल किए।
आरोपी ठेकेदार मृत व्यक्ति के नाम का उपयोग कर फर्जी समझौता ज्ञापन तैयार करने में भी संलिप्त था।
आरोपी ठेकेदार को बुधवार को गिरफ्तार किया गया और उसे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अभिजीत सोलापुरे के समक्ष पेश किया गया।
शहर पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने मामले की आगे की जांच के लिए आरोपी ठेकेदार की 10 दिनों की हिरासत मांगी थी।
भाषा राखी राखी पवनेश
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