मुंबई, चार नवंबर (भाषा) मुंबई के एक रिकॉर्डिंग स्टूडियो में बच्चों को बंधक बनाने से जुड़े मामले में पुलिस ने अब तक प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस अधिकारियों सहित एक दर्जन से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
रिकॉर्डिंग स्टूडियो में बच्चों को बंधक बनाने वाला 50 वर्षीय रोहित आर्य 30 अक्टूबर को बचाव अभियान के दौरान पुलिस की ओर से की गई गोलीबारी में मारा गया था।
मुंबई अपराध शाखा की कई टीमें बंधक संकट और आर्य की मौत से जुड़े मामले की जांच कर रही हैं, जिसने पवई में एक रिकॉर्डिंग स्टूडियो के अंदर लगभग तीन घंटे तक 17 बच्चों सहित 19 लोगों को बंधक बनाकर रखा था।
अधिकारियों ने बताया कि अपराध शाखा मामले के विभिन्न पहलुओं की जांच कर रही है और इस प्रकरण से जुड़े सभी लोगों के बयान दर्ज करेगी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अब तक एक दर्जन से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें एक गवाह और वीडियोग्राफर रोहन अहेर भी शामिल है, जो बंधक बनाए जाने की घटना के दौरान स्टूडियो के अंदर मौजूद था।
अधिकारियों के मुताबिक, मामले के शिकायतकर्ता सहायक निरीक्षक अमोल वाघमारे और पवई पुलिस थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी के बयान भी दर्ज किए गए हैं। उन्होंने बताया कि बंधक बनाए गए बच्चों के माता-पिता, स्टूडियो में आए कलाकारों और कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के बयान अभी दर्ज नहीं किए गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने स्टूडियो से विभिन्न वस्तुएं जब्त की हैं, जिनमें आर्य की ओर से पुलिस को धमकाने के लिए इस्तेमाल की गई बंदूक, रसायन की बोतलें और कपड़े शामिल हैं, तथा उन्हें जांच के लिए फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भेज दिया गया है।
भाषा पारुल वैभव
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