चंद्रपुर में भाजपा की हार पर मुनगंटीवार ने अंदरूनी गुटबाजी की ओर इशारा किया; कहा-मेरे पर कतर दिए गए

चंद्रपुर में भाजपा की हार पर मुनगंटीवार ने अंदरूनी गुटबाजी की ओर इशारा किया; कहा-मेरे पर कतर दिए गए

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  • Publish Date - December 21, 2025 / 10:14 PM IST,
    Updated On - December 21, 2025 / 10:14 PM IST

चंद्रपुर, 21 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में रविवार को हुए स्थानीय निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद, वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने अपनी ही पार्टी पर उनकी राजनीतिक शक्ति कम करने का आरोप लगाया, जबकि कांग्रेस ने अपने नेताओं का समर्थन किया।

आलोचनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुनगंटीवार को चंद्रपुर नगर निगम का आगामी चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत मिलेगी।

चंद्रपुर जिले के बल्लारपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मुनगंटीवार ने भाजपा की हार के लिए गुटबाजी को जिम्मेदार ठहराया और दलबदलुओं को पार्टी में शामिल करने की पार्टी की नीति पर सवाल उठाया।

भाजपा चंद्रपुर में अपनी पकड़ खो बैठी, सात नगर पालिका परिषदों में हार गई और केवल चिमूर और एक नगर पंचायत में ही जीत दर्ज कर सकी। कांग्रेस ने सात नगर पालिका परिषदों में जीत दर्ज की, जबकि एक-एक सीट निर्दलीय और शिवसेना के उम्मीदवार ने जीती।

पत्रकारों से बात करते हुए मुनगंटीवार ने कहा कि वह हार स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा इस हार के मद्देनजर आत्मनिरीक्षण करेगी और अपनी कमियों का आकलन करेगी।

भाजपा पर कटाक्ष करते हुए मुनगंटीवार ने प्रसिद्ध शनि शिंगणापुर कस्बे का उदाहरण दिया (जहां घरों में दरवाजे नहीं हैं) और दलबदलुओं को पार्टी में शामिल करने की पार्टी की नीति की आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसमें दरवाजे नहीं हैं, और कोई भी अंदर आ सकता है।’’

इस बीच, नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि भाजपा चंद्रपुर में पार्टी की हार के कारणों का आकलन करेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘नगर निगम चुनाव नजदीक आ रहे हैं, इसलिए हम कारणों पर विचार करेंगे और कमियों को दूर करेंगे।’’

मुनगंटीवार की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए फडणवीस ने जोर दिया कि भाजपा में प्रवेश के दरवाजे नहीं होने चाहिए और किसी भी व्यक्ति या समुदाय के लिए दरवाजे बंद नहीं किये जाने चाहिए।

भाषा संतोष सुभाष

सुभाष