नागपुर, नौ दिसंबर (भाषा) राकांपा (एसपी) के विधायक रोहित पवार ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के ‘‘बढ़ते प्रभाव’’ के कारण महाराष्ट्र में सरकारी विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता गिर रही है, जिसका असर आज के युवाओं के भविष्य पर पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि यदि यह प्रवृत्ति जारी रही तो अन्य देश आगे बढ़ जाएंगे तथा भारत पीछे रह जाएगा।
अहिल्यानगर जिले के कर्जत-जामखेड निर्वाचन क्षेत्र के विधायक पवार ने यहां विधानभवन परिसर में ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, ‘‘मैं विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा संसद में कही गई बात से सहमत हूं। महाराष्ट्र में, कई सरकारी विश्वविद्यालयों के डीन या कुलपतियों (वीसी) की पृष्ठभूमि की जांच कर लीजिए…।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पुणे विश्वविद्यालय में जो भी अधिकारी हैं, उनकी पृष्ठभूमि की जांच कर लीजिए। वे आरएसएस से हैं या आरएसएस की विचारधारा से जुड़े हैं। विश्वविद्यालय में जो गुणवत्ता होनी चाहिए, वह नहीं है। इन सरकारी विश्वविद्यालयों में (दाखिला लेने) कौन जाता है? ये गरीब लोगों के बच्चे हैं, क्योंकि वे निजी विश्वविद्यालयों में दाखिला नहीं ले सकते।’’
पवार ने कहा, ‘‘चूंकि आप विश्वविद्यालय को इस तरह चला रहे हैं, इसलिए इसकी गुणवत्ता खराब हो रही है और युवाओं का भविष्य भी प्रभावित हो रहा है।’’
राकांपा (एसपी) विधायक ने आरोप लगाया, ‘‘… सिर्फ़ पुणे में ही नहीं, यह सभी विश्वविद्यालयों में हो रहा है। राहुल गांधी जी जो कह रहे हैं वह सच है… हमें भी लगता है कि ऐसे कई विश्वविद्यालय हैं जहां आरएसएस का प्रभाव बहुत बढ़ रहा है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या इन सबके पीछे कोई एजेंडा है, पवार ने कहा, ‘‘ हां, शतप्रतिशत। केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से सरकार के माध्यम से वित्तपोषण हो रहा है। आरएसएस के कई स्वयंसेवक विश्वविद्यालय में रखे गए हैं। उनका काम केवल आरएसएस या भाजपा के एजेंडे को लोगों तक ले जाना है। सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा, तो (बाकी) दुनिया आगे बढ़ जाएगी, लेकिन हम वहीं रह जाएंगे जहां हैं।’’
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राजकुमार नेत्रपाल
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