What did Sharad Pawar say about the Thackeray government, there was

राजनीतिक उथल-पुथल के बीच ठाकरे सरकार को लेकर ये क्या बोल गए शरद पवार, मच गया बवाल…

What did Sharad Pawar say about the Thackeray government, there was a ruckus : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:44 PM IST, Published Date : June 23, 2022/9:26 pm IST

मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी सरकार (एमवीए) के भाग्य का फैसला विधानसभा में होगा और शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन विश्वास मत में बहुमत साबित करेगा। शिवसेना सरकार के मंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना के कई विधायकों के विद्रोह के कारण हुई राजनीतिक उथल-पुथल के बीच एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, पवार ने यह भी कहा कि भाजपा ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार के समक्ष उत्पन्न संकट में भूमिका निभाई है।

यह भी पढ़े : सात साल की मासूम बच्ची के साथ शिक्षक ने की शर्मनाक हरकत, आरोपी के खिलाफ केस दर्ज… 

पवार ने कहा, ‘एमवीए सरकार के भाग्य का फैसला विधानसभा में होगा, न कि गुवाहाटी में (जहां विद्रोही डेरा डाले हुए हैं)। एमवीए सदन पटल पर अपना बहुमत साबित करेगा।’वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या एमवीए अब अल्पमत में आ गया है, क्योंकि शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोही गुट ने शिवसेना के 37 विधायकों और 10 निर्दलीय विधायकों के समर्थन का दावा किया है।

यह भी पढ़े : शांत हुआ छॉलीवुड का निशांत: करीब 2500 गानों में की कोरियोग्राफी, जीते सबसे ज्यादा सिनेमा अवार्ड, बच्चे भी थे उनके स्टाइल के मुरीद 

उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के इस बयान के बारे में पूछे जाने पर कि उन्हें शिवसेना के भीतर विद्रोह में भाजपा की भूमिका नजर नहीं आती, पवार ने कहा कि वह अपने भतीजे से सहमत नहीं हैं।शरद पवार ने कहा, ”अजीत पवार ने ऐसा इसलिए कहा होगा, क्योंकि वह महाराष्ट्र के बाहर के भाजपा नेताओं को नहीं जानते हैं। मैं उन्हें जानता हूं। यहां तक ​​कि एकनाथ शिंदे ने भी कहा है कि एक राष्ट्रीय पार्टी ने उन्हें हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।”

यह भी पढ़े : रोहित और ऋषभ पंत को लेकर इस खिलाड़ी ने कही ऐसी बात, अब हो रहा जमकर बवाल… 

उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) कांग्रेस और राकांपा जैसे अन्य राष्ट्रीय दलों की एमवीए को अस्थिर करने में कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि शिंदे केवल भाजपा का जिक्र कर रहे थे।पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बागी विधायकों को मुंबई वापस आना होगा और विधानसभा का सामना करना होगा। उन्होंने कहा कि गुजरात और असम के भाजपा नेता उनका मार्गदर्शन करने के लिए यहां नहीं आएंगे।

यह भी पढ़े ;  जल्द खरीदें दोपहिया वाहन, ये कंपनी करेगी 3,000 रुपये तक की बढ़ोतरी… 

पवार ने शिवसेना के बागी विधायकों के आरोपों का भी खंडन किया कि उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लिए धन प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना इसलिए करना पड़ा, क्योंकि वित्त मंत्रालय राकांपा के अजीत पवार द्वारा नियंत्रित है और उन्होंने उनके साथ भेदभाव किया है।

यह भी पढ़े :  विक्रम वेधा से भी खतरनाक है R Madhavan की ये फिल्म, ट्रेलर देखकर हो जाएंगे रोंगटे खड़े, फैंस बोले – अवॉर्ड विनिंग 

 

 
Flowers