Home » Religion » Aaj ka Panchang: November 10, 2025: A Rare Conjunction of Punarvasu Nakshatra and Sadhya Yoga on Shiva Puja Day! Learn the Secrets to Success in Today's Panchang
Aaj ka Panchang 10 November 2025: आज शिव पूजा में बना दुर्लभ पुनर्वसु एवं साध्य योग का मिलन! जान लें आज के पंचांग में सफलता के सूत्र
Aaj ka Panchang 10 November 2025: आज का दिन, मार्गशीर्ष कृष्ण षष्ठी पर पुनर्वसु नक्षत्र और साध्य योग का संयोग न केवल भगवान शिव की पूजा आराधना को दिव्य बनाता है बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में स्थिरता का संदेश देता है। आईये जानते हैं आज का पंचांग..
Publish Date - November 10, 2025 / 01:12 PM IST,
Updated On - November 10, 2025 / 02:06 PM IST
Aaj ka Panchang 10 November 2025
HIGHLIGHTS
"जान लें आज 10 नवंबर को पंचांग से जुड़े चमत्कार"
10 नवंबर 2025: "मार्गशीर्ष षष्ठी में शुभ मुहूर्त और मंत्र"
Aaj ka Panchang 10 November 2025: सोमवार को भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है, क्योंकि सोमवार भगवान शिव का प्रिय दिन माना जाता है और आज, एक ऐसा दिन जो हिंदू पंचांग में सोमवार की पवित्रता के साथ दुर्लभ ज्योतिषीय संयोग लेकर आया है। हिंदू पंचांग के अनुसार, आज मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि है। आज पुनर्वसु नक्षत्र और साध्य योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है।
मार्गशीर्ष कृष्ण षष्ठी पर पुनर्वसु नक्षत्र और साध्य योग का मिलन न केवल भगवान शिव की आराधना को ख़ास बनाता है, बल्कि जीवन में स्थिरता, शक्ति और नई ऊर्जा का संचार भी करता है। आज सोमवार भगवान शिव का अपना दिन, जब चंद्रमा मिथुन राशि में विचरण कर रहा हो और सूर्य वृश्चिक की गहनता में हो, तो यह संयोग वाकई दुर्लभ है। आईये विस्तारपूर्वक जानतें हैं आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 10 November 2025)।
Aaj ka Panchang: आज का पंचांग (10 नवंबर 2025, सोमवार)
तिथि: मार्गशीर्ष मास, कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि, जो रात 12:08 बजे तक रहेगी।
नक्षत्र: पुनर्वसु नक्षत्र, जो शाम 6:48 बजे तक रहेगा, उसके बाद पुष्य नक्षत्र शुरू होगा।
मास: मार्गशीर्ष।
पक्ष: कृष्ण पक्ष।
दिन: सोमवार।
विक्रम संवत: 2082।
सूर्य और चन्द्रमा की राशि
सूर्य राशि: तुला।
चंद्र राशि: चंद्रमा दोपहर 1:03 बजे तक मिथुन राशि में रहेंगे, उसके बाद कर्क राशि में प्रवेश करेंगे।
Aaj ka Panchang 10 November 2025: आज के नक्षत्र की जानकारी
नक्षत्र: पुनर्वसु (मिथुन से कर्क तक)।
स्वामी: गुरु (बृहस्पति)।
गुण: सात्विक, वायु तत्व।
महत्त्व
‘पुनरावृत्ति का नक्षत्र’, पुरानी असफलताओं से उबरने और नई शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। आज के दिन, यह मानसिक स्पष्टता, यात्रा, शिक्षा और व्यापार के लिए शुभ है। साध्य योग के साथ यह ‘सफलता का द्वार’ खोलता है, लेकिन जल्दबाजी से कोई भी कार्य न कारण। ज्योतिष में इसे नेतृत्व और नवीनीकरण का नक्षत्र कहा जाता है। आज शाम 6 बजकर 48 मिनट के बाद पुष्य नक्षत्र शुरू होगा, जो समृद्धि और पोषण देगा।
Aaj ka Panchang: आज के शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:43 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक।
भगवान शिव की पूजा में मंत्र जाप अत्यंत फलदायी होता है। आज के शुभ योग इन मन्त्रों का जाप कर पाएं भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा।
महामृत्युंजय मंत्र (मृत्यु भय से मुक्ति के लिए) :
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
(अर्थ: हम त्रिनेत्रधारी शिव की पूजा करते हैं, जो सुगंधित और पोषण देने वाले हैं। जैसे ककड़ी बेल से अलग हो जाती है, वैसे ही हमें मृत्यु से मुक्त कर अमरत्व प्रदान करें।)
रुद्राष्टकम्: जिसमें भगवान शिव के अनेक गुणों की चर्चा है।
नमामीशमीशान निर्वाणरूपं।
विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम्।।